scorecardresearch

Anil Agarwal की Vedanta पर कौन हुआ बुलिश?

दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक ने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। ब्लैकरॉक के बारे में आप जानते हैं। ब्लैकरॉक इंक के CEO लैरी फिंक को दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान माना जाता है। इसकी वजह ब्लैकरॉक दुनिया में 10 ट्रिलियन डॉलर का एसेट मैनेज करती है।

Advertisement
दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक ने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई हैदुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक ने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है
दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैकरॉक ने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है

Anil Agarwal की कंपनी Vedanta की बात करते हैं। इस स्टॉक से जुड़ी काफी बड़ी खबर आई है। अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता को दुनिया के सबसे ताकतवर कंपनी का साथ मिला है। इतना ही नहीं और भी खबरें हैं। आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले स्टॉक की चाल देख लेते हैं। पिछले 5 दिनों में ये स्टॉक 10% भाग चुका है। 1 महीने में 18% से ज्यादा शेयर में तेजी देखने को मिली है। वहीं 6 महीने में ये स्टॉक 48% का रिटर्न दिया है। ये स्टॉक अपने 52 वीक हाई के बेहद करीब पहुंच गया है। 

advertisement

ब्लैकरॉक ने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई

दुनिया की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी Black Rockने वेदांता में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। ब्लैकरॉक के बारे में आप जानते हैं। ब्लैकरॉक इंक के CEO लैरी फिंक को दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान माना जाता है। इसकी वजह ब्लैकरॉक दुनिया में 10 ट्रिलियन डॉलर का एसेट मैनेज करती है। सोचिए कितनी बड़ी संख्या है, 10 ट्रिलियन डॉलर कितना है, ये भारत की GDP का करीब ढाई गुना और अमेरिका की GDP का आधा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ब्लैकरॉक का निवेश बढ़ाने का मतलब है कि वेदांता सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है। ब्लैकरॉक की हैसियत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि दुनिया के कुल शेयरों और बॉन्ड्स का 10 फीसदी यही कंपनी संभालती है। इतना ही नहीं Abu Dhabi Investment Authorityऔर घरेलू म्यूचुअल फंडों में ICICI Mutual Fund तथा Nippon India Mutual Fund ने पिछले चार महीनों में वेदांता में अपनी हिस्सेदारी करीब दो प्रतिशत बढ़ाई है। ये तो बड़ी-बड़ी कंपनियों की बात हुई। इतना ही नहीं इसी दौरान विदेशी संस्थागत निवेशक यानि FII ने वेदांता ग्रुप में अपनी हिस्सेदारी 1.2% बढ़ा दी। 

Also Read: Explained: आज सेंसेक्स और निफ्टी ने क्यों बनाया हाई?

अब ऐसे में सवाल उठता है क्यों बढ़ाई हिस्सेदारी?

डीमर्जर प्लान इसमें काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। फिर आता है कंपनी लगातार कर्ज को कम करने की कोशिश कर रही है, तीसरी वजह है धातुओं यानि मेटल्स की बढ़ती कीमतों के कारण वेदांता के शेयर हाल में तेजी से चढ़े हैं। ऐसे में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फंडों की दिलचस्पी भी इसकी ओर बढ़ी है। विदेशी ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक वेदांता में खरीदारी में काफी रुचि देखी गई है। कई विदेशी और घरेलू निवेशकों ने मजबूत बुनियाद के कारण अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। इसके चलते दिसंबर के बाद से वेदांता का बाजार पूंजीकरण लगभग तीन अरब अमेरिकी डॉलर बढ़ा है। चीन से मजबूत औद्योगिक आंकड़ों ने 6 महीने में पहली बार बिजनेस गतिविधि में विस्तार का संकेत दिया है। चूंकि चीन कई मेटल्स का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, इसलिए मजबूत आर्थिक आंकड़ों के कारण वेदांता जैसी कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है। वेदांता लौह अयस्क, इस्पात, तांबा और एल्यूमीनियम की एक प्रमुख उत्पादक और आपूर्तिकर्ता है। वेदांता के वित्त वर्ष 2024 में लगभग 5 अरब डॉलर का EBITDA होने का अनुमान जताया है। अगले वित्तीय वर्ष में इसके 6 अरब डॉलर और फिर 7-7.5 अरब डॉलर कर रहा है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ब्लैकरॉक का निवेश बढ़ाने का मतलब है कि वेदांता सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है। ब्लैकरॉक की हैसियत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि दुनिया के कुल शेयरों और बॉन्ड्स का 10 फीसदी यही कंपनी संभालती है।

advertisement