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Mukesh Ambani ला रहे हैं देश का सबसे बड़ा IPO!

भारत में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ 2022 में सार्वजनिक क्षेत्र की LIC का ₹21,000 करोड़ से अधिक का ऑफर रहा है, जब उसने एक विशेष मामले के रूप में केवल 3.5% हिस्सेदारी बेची थी। इस बीच, हुंडई मोटर की भारतीय इकाई ने पिछले महीने 17.5% हिस्सेदारी बेचकर ₹25,000 करोड़ तक जुटाने के लिए नियामकीय मंजूरी मांगी थी।

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एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में हैं
एशिया के सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में हैं

भारत और एशिया के सबसे बड़े रईस Mukesh Ambani देश का सबसे बड़ा IPO लाने की तैयारी में हैं। तो यहां अब सवाल उठता है कि आखिरी रिलायंस में अब निवेशकों को कहां वैल्यू अनलॉकिंग का मौका मिल सकता है? खबरें तो मीडिया में ये भी चल रही हैं कि ये अब तक का सबसे बड़ा IPO आ सकता है, जो LIC के सबसे बड़े आईपीओ के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ सकता है। 

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जानकारों और मीडिया रिपोर्ट्स

जानकारों और मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुकेश अंबानी Reliance Jio का IPO लाने की तैयारी कर रही है। ये भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है। तो चलिए इस IPO और जियो इन्फोकॉम के बारे में समझते हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि इस महीने के शुरुआत में रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने अपने टैरिफ प्लान में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। मोबाइल रिचार्ज महंगा करने और अपने 5G बिजनेस को मोनेटाइज करने में सबकी अगुआई करता दिख रहा है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि ये IPO कब आएगा और ये कितना बड़ा हो सकता है?

टेलीकॉम मार्केट लीडर

एक्सपर्ट्स का कहना है कि टेलीकॉम मार्केट लीडर के मच एवेटेड IPO के लिए प्लेटफॉर्म अब सेट है। टैरिफ हाइक और 5जी कारोबार के पैसे से आने वाली तिमाहियों में जियो की प्रति यूजर एवरेज इनकम (ARPU) में वृद्धि होगी। इससे कंपनी आईपीओ से पहले संभावित निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बन जाएगी। 

अगले साल की शुरुआत में जियो का आईपीओ

कुछ विश्लेषकों का कहना है कि जल्द ही यानी अगले साल की शुरुआत में जियो का आईपीओ आ सकता है। विश्लेषकों और इंडस्ट्री के दिग्गजों को उम्मीद है कि अगले महीने होने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सालाना आम बैठक (RIL AGM) में जियो के भीमकाय IPO पर बड़ा फैसला हो सकता है।

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ब्रोकरेज फर्म जेफरीज

ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने कहा कि वो आने वाली रिलायंस एजीएम में जियो की लिस्टिंग के बारे में किसी भी डेवलपमेंट का इंतजार कर रहा है। जेफरीज ने कहा कि मोनेटाइजेशन पर बढ़ता फोकस इसकी जल्द लिस्टिंग का बड़ा संकेत हो सकता है। जेफरीज के मुताबिक, ताजा टैरिफ हाइक और 5G मोनेटाइजेशन के बाद जियो की वैल्यूएशन करीब 11.11 लाख करोड़ रुपये है। इस वैल्यूएशन के आधार पर जियो का IPO भारत का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा। मौजूदा नियमों के मुताबिक, ₹1 लाख करोड़ या उससे अधिक की वैल्यूएशन वाली कंपनियों को IPO में कम से कम 5% हिस्सेदारी बेचनी होती है, वहीं छोटी कंपनियों के लिए मिनिमम 10% है। इसका मतलब ये है कि जियो की शेयर बिक्री जेफरीज के जरिए दिए गए मौजूदा वैल्यूएशन के आधार पर ₹55,500 करोड़ रुपये वैल्यू की हो सकती है।

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₹1.52 लाख करोड़ 

अब थोड़ी क्लैरिटी ले लेते हैं। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली Jio Platforms Ltd यानि JPL में 67.03% की हिस्सेदारी रखती है, जिसमें रिलायंस की दूरसंचार और डिजिटल एसेट्स शामिल हैं। बाकि 32.97% में से 17.72% strategic निवेशकों मेटा और गूगल के पास सामूहिक रूप से है। जबकि विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, KKR, PIF, सिल्वर लेक, एल कैटरटन, जनरल अटलांटिक और TPG समेत वैश्विक PE निवेशकों के पास बाकि 15.25% हिस्सेदारी है। Jio Platforms Ltd ने 2020 में इन मशहूर वैश्विक निवेशकों से ₹1.52 लाख करोड़ से ज्यादा जुटाए थे।

टैरिफ बढ़ोतरी

इतना ही नहीं बल्कि हाल ही में टैरिफ बढ़ोतरी के बाद तो कुछ एक्सपर्ट्स तो अगले साल टैरिफ में बढ़ोतरी का एक और दौर आ सकता है। जेफरीज का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2024-2027 तक जियो के रेवेन्यू और प्रॉफिट में सालाना 18-26% की बढ़ोतरी हो सकती है।

अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ

भारत में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ 2022 में सार्वजनिक क्षेत्र की LIC का ₹21,000 करोड़ से अधिक का ऑफर रहा है, जब उसने एक विशेष मामले के रूप में केवल 3.5% हिस्सेदारी बेची थी। इस बीच, हुंडई मोटर की भारतीय इकाई ने पिछले महीने 17.5% हिस्सेदारी बेचकर ₹25,000 करोड़ तक जुटाने के लिए नियामकीय मंजूरी मांगी थी।

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Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।