10 सितंबर को शेयर बाजार में क्या होगा? ये हैं Important लेवल!
आखिरकार बाजार में 4 दिन की लगातार गिरावट का सिलसिला थम गया है। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र की क्लोजिंग पॉजिटिव नोट पर हुई है। Nifty की बात की जाए तो 84 प्वाइंट्स की तेजी के साथ 24,936 पर बंद हुआ। तो वहीं Sensex 375 प्वाइंट्स उछलकर 81,559 पर बंद हुआ। अब देखने वाली बात है कि 10 सितंबर को शेयर बाजार में क्या होगा?

आखिरकार बाजार में 4 दिन की लगातार गिरावट का सिलसिला थम गया है। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र की क्लोजिंग पॉजिटिव नोट पर हुई है। Nifty की बात की जाए तो 84 प्वाइंट्स की तेजी के साथ 24,936 पर बंद हुआ। तो वहीं Sensex 375 प्वाइंट्स उछलकर 81,559 पर बंद हुआ। काफी दिनों बाद Nifty Bank में 1 प्रतिशत की बढ़त बनाई और 51,117 के लेवल पर पहुंचने में कामयाबी हासिल की। वहीं MidCap और SmallCap लाल निशान में बंद हुए।
FMCG और Private Banks अच्छी बढ़त
SECTORAL INDICES की बात की जाए तो FMCG और Private Banks अच्छी बढ़त बनाने में कामयाब रहे। सोमवार को HUL के शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। स्टॉक 2.92% की तेजी के साथ 2,922 के लेवल पर बंद हुआ। वहीं ICICI Bank, Kotak Bank, IndusInd Bank में अच्छी तेजी देखने को मिली।अब सवाल ये है कि क्या 4 दिन बाद बाजार में जो हरा रंग चढ़ा है वो मंगलवार यानि 10 सितंबर को भी जारी रहेगा?
LKP Securities के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे के अनुसार
LKP Securities के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट रूपक डे का कहना है कि इंडेक्स शुरुआती कारोबार के दौरान नीचे की ओर चला गया था। हालांकि, इसने जल्दी ही पुराने कंजेशन जोन से सपोर्ट लिया। सत्र के आखिरी तक, Nifty काफी हद तक नुकसान की भरपाई करने में सफल रहा। हालांकि, टेक्निकली देखें तो Nifty पर भी अभी 'sell on rise' की रणनीति अपनानी होगी जबतक ये 25,100 के नीचे रहता है। 25,000-25,100 की रेंज नियर टर्म रजिस्टेंस के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वहीं नीचे की ओर सपोर्ट 24,800-24,785 पर स्थित है, जिसके नीचे जाने पर बिकवाली बढ़ सकती है।
Religare Broking Ltd के SVP रिसर्च अजित मिश्रा
Religare Broking Ltd के SVP रिसर्च अजित मिश्रा का कहना है कि बाजार में शुरुआती गिरावट के बाद चुनिंदा हैवीवेट स्टॉक्स में रिकवरी ने हल्की बढ़त बनाई। इसके बाद सत्र के दौरान कई हिस्से में रेंज-बाउंड मूवमेंट हुआ। सेक्टर वाइज, प्रदर्शन मिला-जुला रहा, FMCG और बैंकिंग क्षेत्र में मजबूती दिखी, जबकि एनर्जी और मेटल स्टॉक्स में गिरावट आई। ये एक सामान्य रुकावट है और 24,900 के ऊपर बने रहने से 25,100-25,200 की रेंज की ओर एक और उछाल ट्रिगर हो सकता है या फिर गिरावट फिर से शुरू हो सकती है। घरेलू बाजार में ट्रिगर्स की कमी है जबकि ग्लोबल बाजारों, खास तौर से अमेरिका के प्रदर्शन पर काफी कुछ निर्भर करेगा। हम दोनों साइड बैलेंस्ड पॉजिशन बनाने की सलाह देते हैं और इस बीच रिस्क मैनेजमेंट पर भी जोर देने की सलाह देते हैं।
Mehta Equities Ltd के सीनियर VP (रिसर्च) प्रशांत तापसे
Mehta Equities Ltd के सीनियर VP (रिसर्च) प्रशांत तापसे का कहना है कि बाजारों ने 4 सत्रों के बाद बैंकिंग स्टॉक्स में लौटी खरीदारी से बाजार ने उछाल दर्ज किया, हालांकि अलर्ट रहने की जरूरत है क्योंकि ज्यादतर सेक्टोरल स्टॉक्स अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज कटौती के खबरों को लेकर लाल निशान में बंद हुए। निवेशक इस हफ्ते के आखिरी में घोषित होने वाले अमेरिकी महंगाई डेटा पर करीबी नजर बनाए हुए है, जो ये स्पष्ट कर सकता है कि फेड धीमी अर्थव्यवस्था और कमजोर नौकरियों के डेटा के आधार पर अपनी पहली दर कटौती करेगा या नहीं।