scorecardresearch

Indus Tower के Share में आने वाली है बड़ी तेजी? Stock पर बुलिश क्यों हैं एक्सपर्ट और ब्रोकरेज फर्म?

इंडस टावर का शेयर साल 2024 में अब तक 20 फीसदी बढ़ चुका है। 5 दिनों में ये स्टॉक 10 प्रतिशत भाग चुका है। देखिए वोडाफोन आइडिया बोर्ड की बैठक में 45 हजार करोड़ रुपये तक की रकम जुटाने को मंजूरी दे दी गई है।

Advertisement
Indus Tower का स्टॉक करीब 250 पर ट्रेड कर रहा है
Indus Tower का स्टॉक करीब 250 पर ट्रेड कर रहा है

Indus Tower का स्टॉक करीब 250 पर ट्रेड कर रहा है। इस खबर में समझने की कोशिश करेंगे कि क्या ये स्टॉक 350 के लेवल पर जा सकता है? पिछले कुछ दिनों से इसमें क्या कोई अलग मूव देखने को मिल रहा है? किस बिनाह पर स्टॉक में दमदार रैली देखने को मिल सकती? साथ ही क्या बड़े कंसर्न हैं? बाजार के दिग्गज एक्सपर्ट्स और ब्रोकरेज रिपोर्ट्स के साथ तमाम पहलुओं का विश्लेषण पढ़िए।

advertisement

Indus Tower

 Indus Tower की बात की जाए तो कंपनी का दावा है कि ये भारत की सबसे बड़ी मोबाइल टावर इंस्टोलेशन कंपनी है। उनका कहना है कि भारत में 5 में से 3 कॉल Indus site के जरिए ही आती है। साथ ही Indus Towers और Bharti Infratel के स्ट्रेंथ को मिला दिया जाए तो ये दुनिया की लार्जस्ट टेलीकॉम टावर कंपनियों में से एक है। आपको बता दें कि भारती एयरटेल की Indus Tower में 47% हिस्सेदारी है।

Also Read: 1% प्रीमियम पर लिस्ट हुआ Juniper Hotel IPO: होल्ड करें या बेचें?

प्रोडक्ट्स और सर्विस पोर्टफोलियो

उनके प्रोडक्ट्स और सर्विस पोर्टफोलियो तीन कोर एलिमेंट्स के तहत डिजाइन किए गए हैं। पहला - टावर के लिए फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर डिप्लॉय करना। दूसरा - टेलीकॉम एक्विपमेंट को Uninterrupted यानि निरंतर एनर्जी सप्लाई करना और तीसरा - रेजिडेंशियल और कमर्शियल प्रॉपर्टी ऑनर्स के जरिए स्पेस एक्वायर करना। इसके अलावा Indus Towers ने Smart Digital Infrastructure के तहत स्मार्ट सिटीज में Smart poles LED lights, CCTV cameras, Variable Digital Messaging Board, Environment Sensors, City Public Wi-Fi समेत fiber बैकबॉन भी तैयार की है। इसके अलावा ये कंपनी Energy Solutions भी प्रोवाइड करती है। 

5G और 6G इंफ्रास्ट्रक्चर

अब समझते हैं कंपनी को बिजनेस कैसे मिलता है। देश में 5G और 6G इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए telecom infrastructure की जरूरत पड़ेगी। इसमें जैसे-जैसे नए टावर की मांग में मजबूती आएगी, वैसे-वैसे कंपनी के फाइनेंशियल्स और बेहतर होंगे। इसके साथ ही कंपनी टावर शेयरिंग की सुविधा भी देती है। अब बात करते हैं शेयर की। सबसे पहले एक रिपोर्ट पर चर्चा करते हैं, जो ये बताती है कि स्टॉक में धमाकेदार तेजी आने वाली है। 

सिटी रिसर्च

वोडाफोन आइडिया ने फंड जुटाने की योजना का एलान किया है। सिटी रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी की फंड जुटाने की योजना का फायदा Indus Tower को मिलेगा। दरअसल वोडाफोन आइडिया को इंडस टावर की बड़ी रकम लौटानी है, सिटी के मुताबिक फंड जुटाने के बाद कंपनी वेंडर्स को पैसा लौटाने पर फोकस करेगी जिसका फायदा इंडस टावर को मिलेगा। सिटी ने अपनी रिपोर्ट में इंडस टावर के लिए लक्ष्य को 265 से बढ़ाकर 320 कर दिया है। स्टॉक फिलहाल 250 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यानि यहां से स्टॉक में 30 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न हासिल हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इंडस टावर वोडाफोन आइडिया से अपने कुल बकाया 5700 करोड़ रुपये का आधा अगले 2 साल में रिकवर कर सकता है। वोडाफोन आइडिया ने कहा है कि फंड जुटाने के बाद वो वेंडर्स का बकाया चुकाने पर फोकस करेगी. टेलीकॉम कंपनी ने जनवरी में ही इंडस टावर को 300 करोड़ रुपये चुकाए हैं।

advertisement

ब्रोकरेज

तो ये तो ब्रोकरेज ने कहा, यहां पर बिजनेस टुडे बाजार ने Hensex Securities के AVP Research और Business Development महेश ओझा से बात की और समझने की कोशिश की क्या इस स्टॉक में 350 के लेवल पर जाने का दम है? उनका कहना है कि स्टॉक में पॉजिटिव मूमेंटम जारी रहेगा। जैसे-जैसे ड्यूज रिकवर होते जाएंगे, स्टॉक में तेजी देखने को मिल सकती है। महेश ओझा का कहना है कि 12 से 15 महीनों में ये स्टॉक 320 से 350 के लेवल पर जाता हुआ दिख सकता है। उनका कहना है कि Vodafone Idea के फंड जुटाने के प्लान से Indus Towers को फायदा होगा, क्योंकि Vi पर कंपनी का करीब 5,700 करोड़ का कर्ज है। 

इंडस टावर का शेयर

इंडस टावर का शेयर साल 2024 में अब तक 20 फीसदी बढ़ चुका है। 5 दिनों में ये स्टॉक 10% भाग चुका है। देखिए वोडाफोन आइडिया बोर्ड की बैठक में 45 हजार करोड़ रुपये तक की रकम जुटाने को मंजूरी दे दी गई है। ये रकम इक्विटी या इक्विटी लिंक्ड इस्ट्रूमेंट्स के जरिए जुटाई जाएगी। कंपनी इसके साथ ही डेट के जरिए भी रकम जुटाने पर काम कर रही है। स्टॉक का PE 11 के आसपास है। पीयर्स कंपनी के मुकाबले PE ज्यादा बेहतर स्थिति में दिख रहा है। ट्रेलिंग टैवल मंथ को देखें तो सेल्स में साल दर साल बढ़ोतरी हुई है। लेकिन कंसर्न क्या है? कंपनी की बोरइंग यानि कर्ज काफी ज्यादा है। कंपनी का मार्केट कैप 66 हजार करोड़ का है जबकि Long और Short term Borrowings को देखें तो 20,704 करोड़ रुपये है। इसके साथ जबतक नए टावर लग रहे हैं तो कंपनी को फायदा है, जैसे-जैसे नए टावर का काम खत्म होगा तो मार्जिन्स पर इंपैक्ट पड़ेगा।

advertisement

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।