दो सत्र में 6% चढ़ा IREDA! दिग्गज पीएसयू स्टॉक में आगे भी तेजी जारी रहेगी? जानिए एक्सपर्ट की राय
ग्लोब कैपिटल के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च प्रमुख गौरव शर्मा ने बिजनेस टुडे को बताया कि आईआरईडीए के लिए, 180 रुपये स्टॉक के लिए नियर टर्म का रजिस्टेंस है। एक बार जब स्टॉक इसके ऊपर जाएगा, तभी यह 230 रुपये के स्तर तक चढ़ सकता है।

IREDA Share Price: भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) लिमिटेड के शेयरों में सोमवार को लगातार दूसरे सत्र में तेजी जारी रही। शेयर 3 प्रतिशत बढ़कर 178.50 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि शेयर कारोबारी समय के अंत तक 1 प्रतिशत से नीचे आकर बंद हुआ।
दोपहर के कारोबार में स्टॉक 176.50 रुपये पर कारोबार करते देखा गया था। इस कीमत पर, शेयर पिछले कुछ सत्रों में 5.82 प्रतिशत ऊपर चढ़ चुका है।
एक्सपर्ट की मानें तो स्टॉक के लिए 180-185 रुपये का रेंज एक मजबूत रेजिस्टेंस जोन है और इसके ऊपर बंद होने पर ही स्टॉक में आगे की तेजी आएगी। वहीं अन्य एक्सपर्ट की मानें तो शेयर 140-180 रुपये की रेंज में कारोबार करेगा।
IREDA Share Price
कंपनी का शेयर आज बीएसई पर 0.55% या 0.95 रुपये की तेजी के साथ 174.25 रुपये पर बंद हुआ तो वहीं निफ्टी पर स्टॉक 0.69% या 1.20 रुपये की तेजी के साथ 174.49 रुपये पर बंद हुआ।
ग्लोब कैपिटल के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च प्रमुख गौरव शर्मा ने बिजनेस टुडे को बताया कि आईआरईडीए के लिए, 180 रुपये स्टॉक के लिए नियर टर्म का रजिस्टेंस है। एक बार जब स्टॉक इसके ऊपर जाएगा, तभी यह 230 रुपये के स्तर तक चढ़ सकता है।
बोनान्ज़ा के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक कुणाल कांबले ने सुझाव दिया कि निवेशकों को 170 रुपये के स्तर पर 'रैली पर बिकवाली' करनी चाहिए। ऊपरी स्तर पर 185 रुपये के स्तर पर मजबूत प्रतिरोध देखा जा सकता है।
एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (तकनीकी) शितिज गांधी ने सलाह दी कि इरेडा 140 रुपये से 180 रुपये के बीच व्यापक दायरे में कारोबार कर सकता है।
सरकारी कंपनी ने मार्च 2025 तिमाही के लिए अपने कंसो नेट प्रॉफिट में साल-दर-साल (YoY) 48.66 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। पिछले वर्ष की इसी अवधि में 337.39 करोड़ रुपये की तुलना में Q4 FY25 में लाभ 501.55 करोड़ रुपये रहा। परिचालन से राजस्व Q4 FY25 में 36.93 प्रतिशत बढ़कर 1,905.06 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 1,391.26 करोड़ रुपये था।
सरकारी स्वामित्व वाली इस कंपनी ने हाल ही में कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान उसके लोन ऑर्डर बुक में 28 प्रतिशत (सालाना आधार पर) की वृद्धि दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2025 में यह आंकड़ा 76,250 करोड़ रुपये रहा, जबकि मार्च 2024 के वित्त वर्ष में यह 59,698 करोड़ रुपये था।