Indian Hotels Share Price: 4% से ज्यादा टूटा भाव, ये है कारण - Axis Securities ने घटाया टारगेट
घरेलू ब्रोकरेज फर्म Axis Securities ने आज अपनी रिपोर्ट जारी की है। ब्रोकरेज ने बाताय कि Q4 में कंपनी का PAT कम रहा है जबकि रेवेन्यू और EBITDA उम्मीद के अनुसार है।

Indian Hotels Share Price: टाटा ग्रुप की दिग्गज कंपनी Indian Hotels Company Ltd के स्टॉक में आज सुबह 11:30 बजे तक 4% से ज्यादा की भारी गिरावट देखने को मिल रही है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म Axis Securities ने आज अपनी रिपोर्ट जारी की है। ब्रोकरेज ने बाताय कि Q4 में कंपनी का PAT कम रहा है जबकि रेवेन्यू और EBITDA उम्मीद के अनुसार है। कंपनी का Q4 रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है इसलिए शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है।
Indian Hotels Q4 FY25 Results
कंपनी ने कल यानी 5 मई को ही अपने जनवरी-मार्च के तिमाही नतीजों को जारी किया था जहां कंपनी ने बताया था कि मार्च तिमाही (Q4FY25) के लिए उसका स्टैंडअलोन नेट प्रॉफिट साल-दर-साल 30.4 प्रतिशत बढ़कर ₹481.20 करोड़ हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट ₹369.08 करोड़ था।
तिमाही के लिए परिचालन से राजस्व ₹1,476.33 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह ₹1,341.65 करोड़ और तिमाही दर तिमाही ₹1,473.61 करोड़ था। इस प्रकार, कंपनी का राजस्व साल दर साल 10 प्रतिशत बढ़ा है।
कंसोलिडेट आधार पर, इंडियन होटल्स कंपनी का प्रॉफिट Q4FY24 में ₹417.76 करोड़ के मुकाबले 25 प्रतिशत बढ़कर ₹522.30 करोड़ रहा, जबकि परिचालन से राजस्व पिछले साल की समान तिमाही में ₹1,905.34 करोड़ के मुकाबले 27.3 प्रतिशत बढ़कर ₹2,425.14 करोड़ रहा।
Indian Hotels Share Price
कंपनी का शेयर सुबह 11:30 बजे तक बीएसई पर 4.49% या 36 रुपये गिरकर 765.80 रुपये पर कारोबार कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 4.46% या 35.75 रुपये टूटकर 766.05 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
Indian Hotels Share Price Target
घरेलू ब्रोकरेज फर्म Axis Securities ने इस शेयर पर BUY कॉल देते हुए इसका टारगेट प्राइस 950 रुपये से घटाकर 900 रुपये का रखा है।
ब्रोकरेज का मानना है कि हॉपिटैलिटी में और अधिक मोमेंटम है जो विदेशी पर्यटकों के आगमन से और बढ़ सकता है। विदेशी पर्यटकों के बढ़ने से ARR पर पॉजिटिव प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। इसके अलावा, भारतीय मध्यम वर्ग की निरंतर वृद्धि और उनकी बढ़ती खर्च करने की क्षमता से हॉपिटैलिटी मार्केट में सालाना 5,200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त योगदान होने का अनुमान है। कंपनी के मैनेजमेंट ने मार्जिन में स्थिरता बनाए रखते हुए रेवेन्यू में दोहरे अंकों की वृद्धि का गाइडेंस दिया है।