Unlisted Shares: भारत में कैसे और कहां से खरीदें अन-लिस्टेड शेयर?
चलिए जानते हैं कि आखिर उन शेयरों को कैसे और कहां के खरीदें जो बीएसई या एनएसई पर लिस्ट ही ना हो?

How to Buy Unlisted Shares: वर्तमान में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अन-लिस्टेड शेयरों ने धूम मचा रखी है और हर दिन लाइफ टाइम बना रहे हैं। अब ऐसे में आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा की आखिर उन शेयरों को कैसे और कहां के खरीदें जो बीएसई या एनएसई पर लिस्ट ही ना हो?
आज हम आपको इस आर्टिकल में इन्हीं सावालों का जवाब देंगे। चलिए एक-एक कर के डिटेल में जानते हैं।
क्या होता है अन-लिस्टेड शेयर?
अन-लिस्टेड शेयर किसी कंपनी के उन शेयरों को कहते हैं जो किसी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट हुए बिना ही कारोबार कर रहे होते हैं, इसका मतलब यह है कि उनके पास कोई आधिकारिक एक्सचेंज नहीं होता जहां बायर और सेलर आसानी से ट्रेड कर सकें।
ये अन-लिस्टेड शेयर आमतौर पर प्रमोटरों, संस्थानों, वीसी द्वारा निजी तौर पर रखे जाते हैं, और एनएसई, बीएसई जैसे एक्सचेंजों पर इनका कारोबार नहीं होता है।
कैसे और कहां से खरीदें अन-लिस्टेड शेयर?
क्लीयरटैक्स के रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अन-लिस्टेड शेयर खरीदने के कई तरीके हैं।
1. प्राइवेट प्लेटमेंट
कंपनियां लोगों के एक ग्रुप के लिए निजी प्लेसमेंट की पेशकश करती हैं, जिसमें आप भाग ले सकते हैं और कंपनी के साथ सीधे अन-लिस्टेड शेयर खरीद सकते हैं।
2. अन-लिस्टेड ब्रोकर
कुछ ऐसे प्लेटफॉर्म हैं, जैसे अनलिस्टेड जोन, शेयर कार्ट, वेल्थ विजडम इंडिया और अनलिस्टेड इक्विटी, जो आपको भारत में अनलिस्टेड शेयर खरीदने और बेचने में मदद करते हैं।
3. डायरेक्ट ट्रांजैक्शन
भारत में, कई अन-लिस्टेड शेयर हैं जिन्हें मौजूदा शेयरधारकों, प्रमोटरों या संस्थापकों से सीधे डीलरों के माध्यम से ओवर-द-काउंटर (OTC) ट्रांजैक्शन के माध्यम से खरीदा जा सकता है।
4. वेंचर कैपिटलिस्ट (वीसी)
आप निजी इक्विटी फंड या वेंचर कैपिटल फर्मों में निवेश कर सकते हैं जो निजी कंपनियों या स्टार्ट-अप में विशेषज्ञता रखते हैं।
5. एंजल इंवेस्टर
निवेशक अपने फंड के साथ एंजल नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं, जहां हाई नेट वर्थ वाले व्यक्ति अन-लिस्टेड कंपनियों में निवेश करने के लिए फंड इकट्ठा करते हैं।