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क्या प्रेगनेंसी शुरू होने के बाद भी मैटरनिटी इंश्योरेंस ले सकते हैं?

अगर प्रेगनेंसी शुरू हो चुकी है लेकिन मैटरनिटी इंश्योरेंस नहीं है तो क्या आप अब भी मैटरनिटी इंश्योरेंस ले सकते हैं या नहीं? चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं।

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Maternity Insurance: मातृत्व बीमा या मैटरनिटी इंश्योरेंस (Maternity Insurance) एक ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस है जो विशेष रूप से प्रेगनेंसी, चाइल्ड बर्थ और उसके बाद की देखभाल से संबंधित चिकित्सा खर्च को कवर करने के लिए डिजाइन किया गया है। 

यह गर्भवती माताओं और उनके नवजात शिशुओं के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है, यह सुनिश्चित करता है कि वे खर्चों की चिंता किए बिना जरूरी चिकित्सा देखभाल प्राप्त कर सकें।

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अब ऐसे में अगर प्रेगनेंसी शुरू हो चुकी है लेकिन मैटरनिटी इंश्योरेंस नहीं है तो क्या आप अब भी मैटरनिटी इंश्योरेंस ले सकते हैं या नहीं? चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं। 

बिजनेस टुडे को पीबी फिनटेक के ज्वाइंट ग्रुप सीईओ, सरबवीर सिंह ने बताया कि हां, मैटरनिटी इंश्योरेंस दूसरी तिमाही तक लिया जा सकता है। 

कितना होता है वेटिंग पीरियड?

एक्सपर्ट ने कहा कि अच्छी खबर यह है कि बीमा कंपनियों ने हाल के वर्षों में इसके लिए वेटिंग पीरियड भी कम कर दिया है। अब वेटिंग पीरियड पहले के 2-3 साल से घटाकर सिर्फ 3 महीने कर दिया गया है। 

हालांकि, ज़्यादातर मैटरनिटी इंश्योरेंस पॉलिसी 3 महीने से 3 साल तक के वेटिंग पीरियड के साथ आते हैं, जिसका मतलब है कि आप इस दौरान होने वाले खर्चों को क्लेम नहीं कर सकते। यही कारण है कि मैटरनिटी इंश्योरेंस कवरेज को पहले से ही खरीदना महत्वपूर्ण है - यह उस समय वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है जब आपको इसकी सबसे अधिक जरूरत होती है।

मैटरनिटी इंश्योरेंस की कवरेज कितनी होती है?

सरबवीर सिंह ने आगे बताया कि मैटरनिटी कवरेज की कॉस्ट, बीमा कंपनी और चुने गए कवरेज की सीमा के आधार पर अलग-अलग होती है। 

आम तौर पर, मैटरनिटी स्कीम 25000 रुपये से 2 लाख रुपये के बीच बीमा राशि प्रदान करती हैं, जो नॉर्मल और सिजेरियन डिलीवरी दोनों के लिए उपलब्ध खर्चों को कवर करती हैं। इन बीमा में प्री और पोस्ट देखभाल, गर्भावस्था संबंधी जटिलताएं और, कुछ मामलों में, IVF जैसे उपचार भी शामिल होते हैं। 

एक्सपर्ट ने कहा कि मैटरनिटी राइडर को अक्सर बेहतर कवरेज के लिए बेस प्लान में मामूली अतिरिक्त प्रीमियम पर जोड़ा जा सकता है। खास बात यह है कि गर्भावस्था की पुष्टि होने के बाद ही जल्दी से जल्दी कदम उठाया जाए क्योंकि अंतिम समय में लिए गए वित्तीय निर्णय कभी भी आदर्श नहीं होते हैं।

सच्चाई यह है कि मेडिकल कॉस्ट बढ़ती जा रही है, और प्राइवेट अस्पतालों में मैटरनिटी से संबंधित खर्च काफी हो सकते हैं। समय से पहले कवरेज होने से वित्तीय अनिश्चितता दूर हो जाती है, जिससे आप उस चीज़ पर ध्यान दे सकते हैं जो वास्तव में मायने रखती है।
 

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