FD Rule: आने वाली है 7 दिन से भी छोटी एफडी, RBI जल्द लाएगा नया नियम
RBI Proposal on Bank FD: रिपोर्टेस के मुताबिक अब 7 दिन से भी कम वाली एफडी शुरू होने वाली है। RBI ने इसको लेकर बैंकों से राय मांगी है।

बैंक एफडी यानी फिक्स डिपॉजिट (Fixed Deposit) भारत के लोगों की सबसे पसंदीदा सेविंग स्कीम में से एक है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें ब्याज पहले से तय होता है और पैसा पूरी तरह सिक्योर रहता है। यही वजह है कि करोड़ों लोग अपनी सेविंग्स एफडी में लगाते हैं।
फिलहाल बैंकों में एफडी कराने के लिए न्यूनतम अवधि 7 दिन है। इसका मतलब है कि आपको कम से कम 7 दिन के लिए अपना पैसा जमा करना होता है, तभी आपको फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज मिलेगा। अब यह नियम बदल सकता है, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एफडी के नए नियमों पर काम कर रहा है।
क्या बदलने वाला है नियम?
RBI चाहता है कि अब 7 दिन से भी कम समय के लिए भी एफडी कराई जा सके। इसके लिए रिजर्व बैंक ने देश के कई बैंकों से सुझाव मांगे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरबीआई ने हाल ही में SBI, PNB और कुछ प्राइवेट बैंकों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा भी की है।
आरबीआई यह कदम तब उठा रहा है जब बैंकों में डिपॉजिट (Deposit Growth) की रफ्तार धीमी हो गई है। आंकड़ों के अनुसार, 2 मई 2025 तक सालाना आधार पर बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ 10% पर आ गई है, जो पिछले साल 13% थी। ऐसे में आरबीआई चाहता है कि छोटी अवधि की एफडी का ऑप्शन देकर ज्यादा लोग पैसे जमा करें।
यह पहला मौका नहीं है जब एफडी की मिनिमम टेन्योर पर बदलाव हो रहा है। साल 2004 में भी रिजर्व बैंक ने बड़ा बदलाव किया था। उस समय एफडी की न्यूनतम अवधि 15 दिन से घटाकर 7 दिन की गई थी। अब एक बार फिर इसी को और छोटा करने की तैयारी हो रही है।
बैंकों की मिली-जुली राय
इस फैसले को लेकर बैंकों की राय बंटी हुई है। कुछ बैंक RBI के इस प्रस्ताव का सपोर्ट कर रहे हैं क्योंकि इससे उन्हें अपने हिसाब से एफडी की स्कीम बनाने में आसानी होगी और ग्राहकों की संख्या भी बढ़ेगी। लेकिन कुछ बैंक ऐसे भी हैं जिन्हें आपत्ति है। उनका कहना है कि बहुत छोटी अवधि की एफडी से उनके लिए मैनेजमेंट और ब्याज देने में दिक्कत हो सकती है।