scorecardresearch

प्लॉट Vs अपार्टमेंट: निवेश के लिहाज से ज्यादा फायदेमंद क्या?

रियल एस्टेट में निवेश करना एक महत्वपूर्ण वित्तीय फैसला होता है, जिसमें बेहद सावधानी, विचार और प्लानिंग की जरूरत होती है। रियल एस्टेट में निवेश करते हुए निवेशकों के मन में ढेरों सवाल होते हैं। उनमें से एक बड़ी दुविधा होती है प्लॉट यानि जमीन खरीदें या फिर अपार्टमेंट खरीदें?

Advertisement
 प्लॉट यानि जमीन खरीदें या फिर अपार्टमेंट खरीदें
प्लॉट यानि जमीन खरीदें या फिर अपार्टमेंट खरीदें

रियल एस्टेट में निवेश करना एक महत्वपूर्ण वित्तीय फैसला होता है, जिसमें बेहद सावधानी, विचार और प्लानिंग की जरूरत होती है। रियल एस्टेट में निवेश करते हुए निवेशकों के मन में ढेरों सवाल होते हैं। उनमें से एक बड़ी दुविधा होती है प्लॉट यानि जमीन खरीदें या फिर अपार्टमेंट खरीदें? इस आर्टिकल में बेहद बारीकी से समझेंगे कि प्लॉट या अपार्टमेंट? निवेश, प्रॉपर्टी वैल्यू, फाइनेंसिंग, पजेशन और सुरक्षा के लिए लिहाज से क्या बेहतर है? इसमें आपके हर सवाल के जवाब देने में मदद करेंगे Oram Developments के CMD प्रदीप मिश्रा। 

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

प्रॉपर्टी वैल्यू

सबसे पहला सवाल आता है कि प्रॉपर्टी की वैल्यू समय के साथ बढ़ेगी या फिर नहीं? तो इसमें कई कारक निर्भर करते हैं, जैसे कि स्थान, कनेक्टिविटी, सुविधाएं और सप्लाई-डिमांड की स्थिति। प्लॉट या जमीन, व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के मुताबिक डिज़ाइन और निर्माण की फ्लैक्सिबिलिटी देता हैं, जिससे समय के साथ वैल्यू बढ़ने की संभावना होती है। प्लॉट का आकार, मिट्टी की गुणवत्ता और उसके आसपास का विकास, उसकी वैल्यू को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण कारक हैं। वहीं दूसरी ओर अपार्टमेंट पहले से स्थापित सुविधाओं के साथ आते हैं, जिससे रखरखाव ज्यादा सुविधाजनक हो जाता है। इसके अलावा, अपार्टमेंट की वैल्यू में स्थिरता ज्यादा हो सकती है क्योंकि इनमें पहले से स्टैबलिश इन्फ्रास्ट्रक्चर होता है। 

मेंटेनेंस

प्लॉट और अपार्टमेंट के बीच मेंटेनेंस की लागत अलग-अलग होती है। जबकि शुरुआत में प्लॉट की रखरखाव की लागत कम हो सकती है, क्योंकि इसमें कम सुविधाएं होती हैं, ऐसे में इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था की सारी जिम्मेदारी प्लॉट मालिक की होती है। वहीं दूसरी ओर अपार्टमेंट में पहले से स्थापित सुविधाएं जैसे कि पावर बैकअप, पानी की आपूर्ति, रखरखाव और सुरक्षा सुविधाएं होती हैं, जिससे रखरखाव का बोझ मालिक पर कम होता है।

कार पार्किंग और वास्तु विचार

Oram Developments के CMD प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि पार्किंग स्पेस की उपलब्धता प्लॉट और अपार्टमेंट के बीच अलग-अलग हो सकता है। प्लॉट्स आमतौर पर ज्यादा लचीलापन और ज्यादा पार्किंग का विकल्प दे सकता है, जबकि अपार्टमेंट में पार्किंग स्पेस सीमित हो सकता है और अतिरिक्त पार्किंग स्लॉट के लिए अतिरिक्त भुगतान करना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर प्लॉट के खरीदार अक्सर वास्तु विचारों जैसे कि ओरिएंटेशन और दिशा को प्राथमिकता देते हैं। इसके उलट, अपार्टमेंट के खरीदारों के पास  वास्तु के लिए ज्यादा विकल्प नहीं होता है।

लोकेशन और अहम पहलू

प्रॉपर्टी की लोकेशन उसके निवेश संभावनाओं को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है। प्रॉपर्टी के प्राइस एपरिसिएशन के लिए उभरते क्षेत्रों में प्लॉट के लिए अच्छा मुनाफा या कीमत बढ़ सकती है। प्लॉट खरीदने के लिए विस्तृत योजना, आर्किटेक्ट और ठेकेदारों के साथ समन्वय और कंस्ट्रक्शन प्रोसेस की निगरानी की जरूरत होती है। इसमें मिट्टी की गुणवत्ता, सड़क कनेक्टिविटी, सुविधाओं के नजदीकता और स्थानीय नियमों जैसे कारणों पर वैल्यूएशन निर्भर होती है। इसके विपरीत, अपार्टमेंट खरीदने से ये जिम्मेदारी डेवलपर को मिलती है, जो निर्माण संभालता है और पूरा यूनिट तैयार करके देता है।

ROI संभावनाएं और किराये की आय

advertisement

 प्लॉट से किराये की आय बनाने के लिए संपत्ति का निर्माण करना पड़ता है, जिसमें समय लग सकता है। इसके विपरीत, अपार्टमेंट तुरंत किराये की आय का संभावित स्रोत बन सकता है। हालांकि, अपार्टमेंट में मॉडिफिकेशन पर प्रतिबंध हो सकते हैं, जिससे प्लॉट की तुलना में कस्टमाइजेशन विकल्प सीमित हो सकते हैं। किराये की आय की संभावनाएँ स्थान, मांग और बाजार की परिस्थितियों पर निर्भर करती हैं।

पजेशन

 Oram Developments के CMD प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि प्लॉट की डिलीवरी तत्काल होती है, जबकि अपार्टमेंट का कब्जा कंस्ट्रक्शन और नियामक के अप्रूवल के बाद ही मिल सकता है। ये निवेशकों के लिए एक तरह का जोखिम पैदा करता है। हालांकि, RERA (रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी) जैसे नियामक के उपायों के चलते अपार्टमेंट के कब्जे में देरी को कुछ हद तक कम किया गया है।

फाइनेंसिंग और टैक्स बेनिफिट

अपार्टमेंट के लिए फाइनेंसिंग विकल्प आमतौर पर ज्यादा आसान होते हैं, जिनमें प्लॉट लोन की तुलना में कम ब्याज दरें और ज्यादा वक्त के लिए रिपेमेंट की सुविधा होती है। इसके अतिरिक्त, प्लॉट और अपार्टमेंट दोनों के लिए टैक्स बेनिफिट उपलब्ध हैं, जिसमें लोन ब्याज और प्रिंसिपल अमाउंट पर टैक्स छूट मिलती है। हालांकि, प्लॉट पर टैक्स का फायदा सिर्फ निर्माण पूरा होने के बाद लागू होते हैं, जबकि अपार्टमेंट तुरंत लोन रीपेमेंट पर टैक्स छूट मिल जाती है।

advertisement

कानूनी विचार और सुरक्षा   

प्लॉट खरीदते समय संपत्ति ट्रांसफर प्रक्रियाएं और दस्तावेज़ के वेरिफिकेशन जैसे कानूनी मुद्दे महत्वपूर्ण होते हैं। इसके विपरीत, अपार्टमेंट आमतौर पर पहले से ही वेरिफिकेशन दस्तावेज़ पर खरा और नियामक मानकों के पालन के साथ आता हैं, जो खरीदारों के लिए सुरक्षा प्रदान करते हैं। सुरक्षा सुविधाएं और कॉम्युनिटी जीवन के नजरिये से देखें तो प्लॉट और अपार्टमेंट के बीच कई अंतर हैं, जहां अपार्टमेंट सामान्यत सुरक्षा और कॉम्युनिटी के सेंस देते हैं।

प्लॉट में निवेश या अपार्टमेंट खरीदने के बीच चयन

आखिरी में प्लॉट में निवेश या अपार्टमेंट खरीदने के बीच चयन करना व्यक्तिगत प्राथमिकताओं, वित्तीय लक्ष्यों, और जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। प्लॉट लचीलापन और कस्टमाइजेशन विकल्प प्रदान करते हैं लेकिन निर्माण और रखरखाव जैसी चीजों की जरूरत होती है। अपार्टमेंट सुविधाजनक होते हैं, कई सुविधाएं और तुरंत किराये की आय की संभावना देते हैं लेकिन इनमें कस्टमाइजेशन और वैल्यू एप्रिसिएशन की सीमाएं हो सकती हैं।