BT Pathshala: क्या होते हैं बाज़ार के इंडेक्स?
निफ्टी 50 और सेंसेक्स के बाद, सेक्टर के आधार पर भी इंडेक्स बनाए जाते हैं। जैसे मेटल इंडेक्स, फॉर्मा इंडेक्स। सेक्टर के आधार पर इन इंडेक्स का समय-समय पर विश्लेषण किया जाता है।

आमतौर पर आप शेयर बाज़ार का विश्लेषण करते हैं लेकिन शेयर बाजार के विश्लेषण से पहले आपको Index की पूरी जानकारी भी होनी चाहिए, क्योंकि इससे आपको बाज़ार की गहराई और बाज़ार में लिस्टेड कंपनियों के बारे में पता चलता है। पहला सवाल ये है कि बीएसई में कुल कितनी कंपनियां लिस्टेड हैं। बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में करीब 5000 कंपनियां लिस्टेड हैं और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में करीब 2000, इन सबका हाल पता करना कि उनके शेयर ऊपर जा रहे हैं या नीचे, अपने आप में काफी मुश्किल काम होगा। इसलिए इंडेक्स की मदद लेनी होती है क्योंकि एक दिन या एक हफ्ते में एक साथ आप 5000 कंपनियों का विश्लेषण नहीं कर सकते हैं। इसकी जगह आसान तरीका होगा कि कुछ खास तरह की इंडस्ट्री या उद्योग से जुड़ी कंपनियों के शेयरों की हालत पता कर ली जाए। अगर इनमें से अधिकतर कंपनियों के शेयर नीचे हैं तो बाजार नीचे और अगर ज्यादातर कंपनियों के शेयर ऊपर हैं तो बाजार ऊपर कहा जाएगा। इसलिए काम को आसान करने के लिए इन कंपनियों का समूह शेयर बाज़ार सूचकांक यानी स्टॉक मार्केट इंडेक्स (Stock Market Index) बनाया जाता है जिससे शेयरों का विश्लेषण करना आसान होता है।
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इंडेक्स- सूचकांक (The Index)
कई कंपनियो को उनके फंडामेंटल और प्रदर्शन के आधार पर कंपनियों का समूह बनाया जाता है। इस समूह को ही मार्केट इंडेक्स (Market Index) कहते हैं।
दो मुख्य मार्केट इंडेक्स
भारत में दो मुख्य मार्केट इंडेक्स हैं- S&P BSE Sensex जो बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है और CNX Nifty जो NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का हाल बताने वाला इंडेक्स है।
S&P
S&P यानी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (Standard and Poor’s), एक अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसी है। S&P इंडेक्स बनाने की विशेषज्ञ एजेंसी है और उन्होने BSE को लाइसेंस दिया है। इसलिए इस इंडेक्स में S&P का नाम जुड़ा है। अमेरिकी बाजार में भी एस एंड पी का नाम जुड़ा है।
CNX Nifty
(CNX Nifty) में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सबसे बड़े और सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाले (खरीदे बेचे जाने वाले) शेयर शामिल हैं। इस इंडेक्स को चलाने की जिम्मेदारी इंडिया इंडेक्स सर्विसेज एंड प्रॉडक्ट्स लिमिटेड (IISL) की है। ये NSE और CRISIL का ज्वाइंट वेंचर यानी संयुक्त उद्यम है। CNX का यहां मतलब है CRISIL और NSE। एक अच्छा इंडेक्स हमें हर मिनट ये बताता है कि बाजार के खिलाड़ी बाजार का भविष्य कैसा देख रहे हैं। इंडेक्स का ऊपर-नीचे होना हमें बताता है कि बाजार से जुड़ी उम्मीदें किधर जा रही हैं। जब बाजार से जुड़े लोग मानते हैं कि भविष्य अच्छा है तो इंडेक्स ऊपर जाता है और जब ये लोग मानते हैं कि आने वाला समय खराब है तो इंडेक्स नीचे जाता है।
सेक्टोरेल इंडेक्स
निफ्टी 50 और सेंसेक्स के बाद, सेक्टर के आधार पर भी इंडेक्स बनाए जाते हैं। जैसे मेटल इंडेक्स, फॉर्मा इंडेक्स। सेक्टर के आधार पर इन इंडेक्स का समय-समय पर विश्लेषण किया जाता है।