कम समय के लिए ओवरनाइट और डेट फंड जैसे म्यूचुअल फंड स्कीम क्यों अच्छे होते है?
एक्सपर्ट्स की मानें तो कम समय के लिए, निवेशकों को हाई रिटर्न की बजाय अपने निवेश की सुरक्षा को ज्यादा महत्व देना चाहिए क्योंकि कम समय के निवेश का मतलब आपको पैसों निकालने की जरूरत कभी भी पड़ सकती है।

म्यूचुअल फंड निवेश में, अवधि (Duration) एक महत्वपूर्ण फैक्टर है क्योंकि अगर आप शॉर्ट टर्म के लिए पैसा निवेश करने का देख रहे हैं तो उसके लिए अलग फंड है और लंबी अवधि के लिए अलग फंड है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो कम समय के लिए, निवेशकों को हाई रिटर्न की बजाय अपने निवेश की सुरक्षा को ज्यादा महत्व देना चाहिए क्योंकि कम समय के निवेश का मतलब आपको पैसों निकालने की जरूरत कभी भी पड़ सकती है।
जब बात म्यूचुअल फंड में शॉर्ट टर्म निवेश की होती है तो इसमें ओवरनाइट फंड (Overnight Funds), अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड/लिक्विड/डेट फंड का नाम आता है।
हालांकि आज हम आपको यह बताएंगे की आखिर शॉर्ट टर्म में ये फंड अच्छे क्यों होते हैं? चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं।
ओवरनाइट फंड (Overnight Funds), अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड/लिक्विड/डेट फंड (Debt Funds) जैसी स्कीमों को कम समय के निवेश के लिए अच्छा माने जाने के पीछे मुख्य रूप से तीन कारण हैं:
1. कम जोखिम (Low Risk) और पूंजी की सुरक्षा
कम समय के लिए, सबसे बड़ी प्राथमिकता पूंजी की सुरक्षा होती है, न कि अधिकतम रिटर्न कमाना।
ओवरनाइट फंड: ये फंड्स ऐसी प्रतिभूतियों (Securities) में निवेश करते हैं जिनकी मैच्योरिटी केवल एक दिन की होती है। इसका मतलब है कि फंड मैनेजर को अगले दिन ही मूल राशि (Principal) वापस मिल जाती है। इससे ब्याज दर में बदलाव या कंपनी के डिफॉल्ट होने का जोखिम लगभग शून्य हो जाता है। यह पैसे को एक रात के लिए बैंक में रखने जितना ही सुरक्षित माना जाता है।
अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन फंड/लिक्विड/डेट फंड: ये फंड्स भी मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स (जैसे ट्रेजरी बिल, कमर्शियल पेपर) में निवेश करते हैं, जिनकी मैच्योरिटी आमतौर पर 91 दिन या उससे कम होती है। छोटी मैच्योरिटी के कारण, बाजार में ब्याज दरों के उतार-चढ़ाव का इन फंडों पर बहुत कम असर पड़ता है, जिससे ये स्थिर रिटर्न देते हैं।
2. हाई लिक्विडिटी
कम समय के निवेश का मतलब है कि आपको कभी भी अपने पैसे की आवश्यकता पड़ सकती है।
आसान निकासी: ये फंड्स हाई लिक्विडिटी प्रदान करते हैं। आप लगभग किसी भी वर्किंग डे पर पैसा निकाल सकते हैं और वह पैसा आपके बैंक खाते में एक दिन के भीतर (या कुछ मामलों में, उसी दिन) आ जाता है।
कोई एक्जिट लोड नहीं: लिक्विड और ओवरनाइट फंड में आमतौर पर 1 से 7 दिन के बाद पैसा निकालने पर कोई एग्जिट लोड (Exit Load) नहीं लगता है, जबकि इक्विटी फंड में अक्सर 1 साल से पहले निकालने पर 1% तक एग्जिट लोड लगता है। इससे आपको बिना किसी कटौती के अपना पूरा पैसा वापस मिल जाता है।
3. बचत खाते से बेहतर रिटर्न
ये फंड्स आपके पैसे को सुरक्षित रखते हुए भी बैंक के सेविंग अकाउंट की तुलना में थोड़ा बेहतर रिटर्न देते हैं।
जबकि बैंक बचत खाता लगभग 3-4% सालाना रिटर्न देता है, लिक्विड और ओवरनाइट फंड ऐतिहासिक रूप से लगभग 6-8% सालाना रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं।

