scorecardresearch

Mutual Fund: ₹500 के निवेश से बनेगा 1 करोड़ का फंड, जानिए कौन-सी SIP आपके लिए बेस्ट?

अगर आप SIP करने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आपके लिए कौन-सी एसआईपी बेस्ट है। सही एसआईपी के सेलेक्शन से निवेशक करोड़ों रुपये का फंड तैयार कर सकता है।

Advertisement
Types of SIP
Types of SIP

SIP (Systematic Investment Plan) म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान और समझदारी भरा तरीका है। इसमें हर महीने एक फिक्सड अमाउंट इन्वेस्ट करते हैं। इससे निवेशक डिसिप्लिन के साथ निवेश करके फ्यूचर के लिए मोटा फंड तैयार कर सकते हैं।

वैसे तो हर निवेशक की जरूरत अलग होती है। निवेशक अपने फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखते हुए इन्वेस्ट करता है। ऐसे में सवाल आता है कि SIP कौन-सी वाली करनी चाहिए। बता दें कि एसआईपी भी कई तरह की होती है। निवेशक को इन्वेस्टमेंट कैपेसिटी और फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखकर एसआईपी का सेलेक्शन करना चाहिए। हम आपको आर्टिकल में बताएंगे कि एसआईपी कितने तरह होती है।
 
रेगुलर एसआईपी (Regular SIP)

advertisement

सम्बंधित ख़बरें

शुरुआती निवेश के लिए रेगुलर SIP सबसे अच्छा ऑप्शन माना जाता है। इसमें हर महीने एक फिक्स्ड तारीख और इन्वेस्टमेंट अमाउंट तय होती है। उदाहरण के तौर पर हर महीने की 5 तारीख को ₹2000 का इन्वेस्टमेंट होगा। । यह तरीका आसान है। इससे निवेशक लॉन्ग टर्म में बड़ा फंड बना सकते हैं।

टॉप-अप एसआईपी (Top-Up SIP)

जब निवेशक की सैलरी बढ़ती है तो वह अपना इन्वेस्टमेंट अमाउंट भी बढ़ाता है। टॉप-अप SIP में निवेशक एक समय के बाद एसआईपी अमाउंट बढ़ा देता है। इसमें निवेशक पहले से तय कर सकता है कि हर साल या कुछ महीनों बाद SIP अमाउंट कितनी बढ़ेगी। इससे सेविंग्स और निवेश दोनों तेजी से बढ़ते हैं।

फ्लेक्सिबल एसआईपी (Flexible SIP)

अगर किसी निवेशक की इनकम हर महीने एक जैसी नहीं तो उसके लिए फ्लेक्सिबल एसआईपी अच्छा ऑप्शन है। इसमें निवेशक अपने हिसाब से इन्वेस्टमेंट अमाउंट को घटा या बढ़ा सकता है। इस एसआईपी की खासियत है कि इसमें निवेशक अपने हिसाब से निवेश करता है।

परपेचुअल SIP (Perpetual SIP)

इस SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें कोई लास्ट डेट नहीं होती। इसका मतलब यह है कि ये एसआईपी तब तक चलती है जब तक निवेशक खुद इसे बंद नहीं करते। यह एसआईपी लॉन्ग टर्म गोल्स के लिए बहुत जरूरी होता है।

ट्रिगर SIP (Triger SIP)

ट्रिगर SIP उन निवेशकों के लिए है जो बाजार की चाल को ध्यान में रखकर निवेश करते हैं। इसमें एसआईपी की कुछ शर्तें होती हैं।  जैसे कि अगर बाजार नीचे जाए तो निवेश शुरू करें या फिर बढ़ा दें। यह थोड़ा एडवांस ऑप्शन है। इसके लिए बाजार की समझ होनी जरूरी होती है।

Disclaimer: म्यूचुअल फंड्स निवेश बाज़ार जोखिमों के अधीन है। ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।