Operation Sindoor: SIP और Lumpsum निवेशक ऐसी स्थिति में क्या करें? जानिए Kotak MF की राय
निवेशक भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका को लेकर थोड़े सतर्क हो गए हैं। इस स्थिति में निवेशक अपने निवेश के बारे में काफी सोच-विचार कर रहे हैं।

Operation Sindoor: भारत द्वारा पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किए जाने से निवेशक भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका को लेकर थोड़े सतर्क हो गए हैं। इस स्थिति में निवेशक अपने निवेश के बारे में काफी सोच-विचार कर रहे हैं।
इस दौरान आज कोटक म्यूचुअल फंड (Kotak MF) ने कहा कि यह घबराने का सही समय नहीं है। कोटक म्यूचुअल फंड ने निवेशकों से जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से बचने और निवेश में बने रहने की सलाह दी है।
लॉग टर्म पर रखें फोकस - कोटक म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड हाउस ने कहा कि भू-राजनीतिक घटनाओं के दौरान शॉर्ट टर्म में बाजार में उतार-चढ़ाव परेशान करने वाले हो सकता है, लेकिन लॉग टर्म में ग्रोथ आती है। कोटक म्यूचुअल फंड ने कहा कि बाजार की दिशा का अनुमान लगाना मुश्किल है। हालांकि, पिछले बड़े संघर्ष ने बाजारों में उछाल आने से पहले अस्थायी गिरावट को ट्रिगर किया है। निवेशित रहना और बिना सोचे-समझे फैसले लेने से बचना लॉन्ग टर्म पैसा बनाने के लिए समझदारी भरा कदम हो सकता है।
कोटक म्यूचुअल फंड ने कहा कि लंबी अवधि में, मैक्रो-इकोनॉमिक फैक्टर और कॉर्पोरेट इनकम शेयर बाजार पर प्रभाव डालते हैं।
SIP और Lumpsum निवेशक क्या करें?
फंड हाउस ने बताया कि SIP निवेशक अपने निवेश को बढ़ाने पर विचार कर सकता है। वहीं Lumsump निवेशक धीरे-धीरे निवेश बढ़ाने पर विचार करें। कोटक म्यूचुअल फंड ने कहा कि 2016 के बाद से हमने दो ऐसे सर्जिकल स्ट्राइक (उरी और बालाकोट) देखे हैं और बाजारों पर इसका प्रभाव सीमित रहा है।
2016 की उरी सर्जिकल स्ट्राइक में हमले के दिन सीमित दायरे में रहने और हमले के बाद 1 साल में 11.3 प्रतिशत का रिटर्न दिया तो वहीं 2019 की बालाकोट हवाई हमले के बाद घरेलू शेयर बाजार में हमले के दिन सीमित दायरे में रहने और 1 साल के बाद हमले के बाद 8.9 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
फंड हाउस ने कहा कि सरकार की कार्रवाई से पता चलता है कि युद्ध की संभावना कम है। हालांकि, पूर्ण युद्ध की स्थिति में, हमें ध्यान देना चाहिए कि 1950 के बाद से भारत ने 4 बड़े युद्ध देखे हैं। पिछले बड़े युद्ध (कारगिल-1999) में, शुरुआती घबराहट के बाद इक्विटी बाजार मजबूत बना रहा था।