चीनी कंपनियों को टक्कर देने Tata Motors की जबरदस्त वापसी, साउथ अफ्रीका में बढ़ाया कारोबार
Tata Motors ने 15 साल बाद साउथ अफ्रीका की मार्केट में फिर से एंट्री की है। कंपनी ने साफ कहा है कि वो अब यहां लंबे समय तक टिकने आई है।

दुनिया की ऑटो इंडस्ट्री (Auto Industry) इन दिनों तेजी से बदल रही है। एक तरफ चाइनीज कंपनियां नए-नए मॉडल लॉन्च कर रही हैं, वहीं अब टाटा मोटर्स (Tata Motors) भी मैदान में उतर आई है। खास बात यह है कि कंपनी ने 15 साल बाद साउथ अफ्रीका की मार्केट में फिर से एंट्री की है और साफ कहा है कि वो अब यहां लंबे समय तक टिकने आई है।
साउथ अफ्रीका को ऑटोमोबाइल का हब माना जाता है। यहां पर जापानी, कोरियन और चाइनीज कंपनियों का दबदबा रहा है। Hyundai, Toyota और BYD जैसी कंपनियां यहां तेजी से ग्रो कर रही हैं। ऐसे में टाटा मोटर्स की वापसी यह दिखाती है कि कंपनी ग्लोबल लेवल पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।
कंपनी का फोकस साउथ अफ्रीका में पर्सनल व्हीकल्स (Personal Vehicles) और कमर्शियल व्हीकल्स (Commercial Vehicles) दोनों पर रहेगा। पहले से ही टाटा की ट्रक और बसें यहां बिकती हैं, लेकिन अब कंपनी SUV और सेडान कार्स भी लाने की तैयारी कर रही है।
पिछले कुछ सालों में चाइनीज ऑटो कंपनियों ने साउथ अफ्रीका में अच्छी पकड़ बना ली है। कम दाम और फीचर्स से भरे मॉडल ने उन्हें ग्राहकों के बीच लोकप्रिय बना दिया है। टाटा मोटर्स का असली चैलेंज इन्हीं कंपनियों से होगा। कंपनी की कोशिश होगी कि वह बेहतर क्वालिटी और भरोसेमंद सर्विस देकर लोगों को आकर्षित करे।
टाटा मोटर्, की यह वापसी सिर्फ साउथ अफ्रीका तक सीमित नहीं है। कंपनी की योजना है कि वह अन्य अफ्रीकी देशों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी धीरे-धीरे अपनी पैठ बनाए। भारत में टाटा पहले से ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और SUVs के लिए काफी पॉपुलर हो चुकी है। अब कंपनी उसी एक्सपीरियंस को ग्लोबल मार्केट में दिखाना चाहती है।