नए GST रिफॉर्म से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को क्या मिला? जानिए आपको क्या फायदा होगा
चलिए जानते हैं कि नए जीएसटी रिफॉर्म से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को क्या फायदा होगा?

GST Reforms: जीएसटी काउंसिल की 3 सितंबर 2025 को हुई 56वीं बैठक में टैक्स ढांचे में बड़े बदलाव किए गए। कार, एफएमसीजी और कंज्यूमर गुड्स पर टैक्स घटने से अब लोगों की जेब पर बोझ कम होगा।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए वित्त मंत्री द्वारा डायरेक्ट कोई घोषणा नहीं हुई है लेकिन कई चीजों पर जीएसटी घटने से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री पर नए जीएसटी रिफॉर्म का इनडायरेक्ट असर जरूर पड़ेगा। चलिए जानते हैं कि GST 2.0 से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को क्या फायदा होगा?
ऐसे होगा म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री को फायदा
1. खर्च बढ़ेगा, म्यूचुअल फंड्स को होगा लाभ
नई टैक्स दरों के बाद रोजमर्रा की चीजें और कई बड़े प्रोडक्ट सस्ते होंगे। इससे उपभोक्ताओं का खर्च बढ़ेगा। जब कार, पैकेज्ड फूड, सीमेंट और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी इंडस्ट्रीज में बिक्री बढ़ेगी तो कंपनियों की आय में सुधार होगा और इन कंपनियों में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड्स को सीधे फायदा मिलेगा।
2. सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स को सबसे ज्यादा फायदा
एक्सपर्ट के अनुसार, ऑटोमोबाइल, इंफ्रास्ट्रक्चर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और सीमेंट जैसे सेक्टर्स पर सबसे ज्यादा पॉजिटिव असर होगा। इन सेक्टरों पर आधारित सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स में तेजी देखने को मिल सकती है।
3. कंपनियों की लागत कम होगी
जीएसटी में कटौती से कंपनियों का खर्च घटेगा। जब कंपनियों की लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा तो म्यूचुअल फंड स्कीम्स की नेट एसेट वैल्यू (NAV) भी मजबूत होगी। इससे निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
4. निवेशकों का भरोसा बढ़ेगा
जीएसटी 2.0 के तहत टैक्स ढांचे को आसान और पारदर्शी बनाया गया है। म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे बिजनेस स्थिर होगा और निवेशकों का भरोसा मजबूत होगा। लंबे समय में इसका असर इक्विटी मार्केट और म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री दोनों पर पॉजिटिव रहेगा।
जीएसटी सुधारों से जहां आम उपभोक्ता को राहत मिली है, वहीं म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ा अवसर है। बढ़ती मांग और कंपनियों के बेहतर नतीजे म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए आने वाले महीनों में अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं।