Sandeshkhali में TMC नेता Ajit Maiti के ऊपर महिलाओं का हमला, झाड़ू - चप्पलों से पीटा
बता दें कि ईडी और सीएपीएफ के जवानों पर 5 जनवरी की सुबह हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन के स्वामित्व वाले मछलीपालन फार्म के भीतर एक गोदाम को स्थानीय लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गुरुवार शाम से संदेशखाली में तनाव व्याप्त था।

पश्चिम बंगाल के Sandeshkhali में बीते कुछ दिनों से चल रहा बवाल थम नहीं रहा है। महिलाएं सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही हैं और इसी कड़ी में अब TMC नेता Ajit Maiti पर हमला हुआ है। गांववालों ने अजीत माईती पर झाड़ू और चप्पलों से हमला किया और उनके घर में तोड़फोड़ भी की। यह घटना तब हुई जब अजीत माईती इलाके में थे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अजीत माईती और उनके समर्थकों ने इलाके में महिलाओं के साथ गलत व्यवहार किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वहां से हटाया भी गया है। असल में यौन उत्पीड़न और हिंसा के आरोपी फरार तृणमूल कांग्रेस नेता Sheikh Shahjahan तथा उसके करीबी सहयोगियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संदेशखाली में शुक्रवार को महिलाएं फिर से लाठी और झाड़ू लेकर सड़कों पर उतर आईं, जिससे इलाके में तनाव पैदा हो गया है। पुलिस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए संदेशखाली में दो ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा लगा दी है, जहां शुक्रवार सुबह से सबसे अधिक तनाव था। इसी कड़ी में अजीत माईती पर भी हमला हो गया।
सड़को पर महिलाएं
वहीं अतिरिक्त पुलिस निदेशक सुप्रतिम सरकार भारी पुलिस दल के साथ तनाव प्रभावित क्षेत्र में पहुंच गए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारी महिलाओं से सड़कों पर विरोध करने की बजाय जिला प्रशासन से संपर्क करने और अपनी शिकायतें दर्ज कराने की अपील की। दूसरे वरिष्ठ पुलिसकर्मियों ने भी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया कि इस तरह के विरोध प्रदर्शनों से उनकी शिकायतों को दूर करने की प्रक्रिया में देरी होगी।
आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां
बता दें कि ईडी और सीएपीएफ के जवानों पर 5 जनवरी की सुबह हमले के आरोपी मास्टरमाइंड शेख शाहजहां के छोटे भाई शेख सिराजुद्दीन के स्वामित्व वाले मछलीपालन फार्म के भीतर एक गोदाम को स्थानीय लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गुरुवार शाम से संदेशखाली में तनाव व्याप्त था। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने शुक्रवार को फरार तृणमूल कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी के अलावा, शाहजहां और उसके सहयोगियों द्वारा अवैध रूप से और जबरदस्ती कब्जा की गई कृषि भूमि को वापस करने की भी मांग उठाई है।