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Pune Incident: अकाउंटिंग कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी की मौत, मां का आरोप—‘वर्कलोड था अधिक’

Ernst & Young (E&Y) कंपनी में काम करने वाली 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई। उनकी मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की मौत का कारण अत्यधिक वर्कलोड था।

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कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी की मौत, मां का आरोप—‘वर्कलोड था अधिक’
कंपनी में काम करने वाली कर्मचारी की मौत, मां का आरोप—‘वर्कलोड था अधिक’

Ernst & Young (E&Y) कंपनी में काम करने वाली 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत हो गई। उनकी मां ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी की मौत का कारण अत्यधिक वर्कलोड था। अन्ना ने मार्च 2024 में Ernst & Young जॉइन किया था। उनकी मां, अनीता ऑगस्टाइन ने एक पत्र के जरिए ये बातें सोशल मीडिया में कही कि कंपनी से किसी भी प्रतिनिधि ने उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में भाग नहीं लिया और उससे ऊपर जरूरत से ज्यादा प्रेशर था।

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अन्ना सेबेस्टियन की पहली नौकरी थी और उन्होंने कंपनी में शामिल होने के लिए बहुत उत्साह दिखाया था। अनीता ऑगस्टाइन ने अपनी बेटी को "योद्धा" बताते हुए कहा, "अन्ना ने स्कूल और कॉलेज दोनों में अपने सभी परीक्षाओं में टॉप किया और Ernst & Young में बिना थके काम किया। उसने कंपनी की मांगों को पूरा करने के लिए पूरी कोशिश की।"

मानसिक और शारीरिक तनाव

ऑगस्टाइन ने कहा कि अन्ना को नया वातावरण, वर्कलोड और लंबे काम के घंटे शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित कर रहे थे। अन्ना ने चिंता, अनिद्रा और तनाव का सामना किया और इसके बावजूद भी वह अपने काम को प्राथमिकता देती रही।

स्वास्थ्य की समस्या और अंतिम दिनों की जानकारी

अन्ना की मां ने बताया कि 6 जुलाई को वे पुणे पहुंचे, जहां अन्ना ने अपने सीए दीक्षांत समारोह में भाग लिया। अन्ना ने पिछले एक हफ्ते से देर रात काम करने के बाद सीने में जकड़न की शिकायत की थी। उन्होंने पुणे के एक अस्पताल में जांच करवाई, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी स्थिति गंभीर नहीं थी। डॉक्टरों ने पेट में बनने वाले एसिड को नियंत्रित करने के लिए दवाएं दीं और कहा कि पर्याप्त नींद और नियमित भोजन की कमी उसकी समस्या की वजह हो सकती है।

ऑगस्टाइन ने बताया कि

ऑगस्टाइन ने बताया कि अन्ना ने स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद भी काम किया और अपनी छुट्टियों को टाल दिया। 7 जुलाई को दीक्षांत समारोह में जाने के बाद भी अन्ना को घर से ही काम करना पड़ा और वे समारोह में देर से पहुंचीं। अन्ना ने अपने माता-पिता के लिए फ्लाइट टिकट भी बुक किया था लेकिन वर्कलोड की वजह से उसने इस पल का पूरी तरह आनंद नहीं उठा पाई।

मैनेजर से मिली चेतावनी और वर्कलोड की समस्याएं

अनीता ऑगस्टाइन ने पत्र में लिखा कि अन्ना को काम की बढ़ती मात्रा और टीम मैनेजर के व्यवहार के बारे में कई चेतावनियां मिली थीं। मैनेजर अक्सर मीटिंग्स को रीशेड्यूल कर देता था और दिन के अंत में काम सौंपता था, जिससे अन्ना का तनाव बढ़ जाता था। अन्ना ने अपने माता-पिता से भी बताया था कि वर्कलोड ज्यादा है।