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Kerala के Wayanad में भीषण भूस्खलन, सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका

वायनाड भूस्खलन: वायनाड जिले में भूस्खलन के बाद वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों को बचाव कार्य में लगाया गया है। लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।

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Landslides hit Wayanad in Kerala
Landslides hit Wayanad in Kerala

30 जुलाई 2024 की सुबह, Kerala के Wayanad जिले के Meppadi के पास भूस्खलनों ने तबाही मचा दी। इस घटना में अब तक आठ शव बरामद किए गए हैं और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं के लिए यह एक गंभीर चुनौती बन गई है, क्योंकि भारी बारिश के कारण बचाव कार्यों में बाधा उत्पन्न हो रही है।

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भूस्खलन की घटनाएँ

भूस्खलन की पहली घटना सुबह क़रीब 2 बजे हुई, जिसके बाद दूसरी घटना सुबह 4:10 बजे हुई। इन भूस्खलनों ने थोंडरनाड गांव में नेपाली परिवार के एक, एक वर्षीय बच्चे की जान ले ली। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई लोग अभी भी फंसे हुए हैं, और उनकी तलाश के लिए बचाव कार्य जारी है।

राहत कार्यों की स्थिति

केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (KSDMA) ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए अग्निशामक और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को तैनात किया है। इसके अलावा, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड में मदद के लिए भेजा गया है।

मुख्यमंत्री Pinarayi Vijayan ने कहा है कि सभी सरकारी एजेंसियाँ खोज और बचाव कार्यों में शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के मंत्री हिल्ड जिले में पहुंचेंगे ताकि बचाव गतिविधियों का नेतृत्व कर सकें।

स्वास्थ्य विभाग की पहल

भूस्खलनों और अन्य बारिश से संबंधित आपदाओं के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक नियंत्रण कक्ष खोला है। जिन लोगों को आपातकालीन सहायता की आवश्यकता है, वे दो नंबरों - 9656938689 और 8086010833 पर संपर्क कर सकते हैं।

स्थानीय लोगों की स्थिति

स्थानीय निवासियों ने बताया कि भूस्खलनों के कारण कई परिवार फंस गए हैं। बचाव कार्य जारी है, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।

मुख्यमंत्री का आश्वासन

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आश्वासन दिया है कि सेना की सहायता मांगी जाएगी ताकि अस्थायी पुल का निर्माण किया जा सके और लोगों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

वायनाड में भूस्खलन की स्थिति गंभीर है और स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं को इस संकट से निपटने के लिए कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सभी की सुरक्षा और राहत कार्यों की सफलता के लिए सभी संबंधित एजेंसियों को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।

इस घटना ने एक बार फिर से प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी संवेदनशीलता और तैयारी की आवश्यकता को उजागर किया है। हमें उम्मीद है कि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द ही राहत कार्य सफल होंगे और लापता व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला जाएगा।

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