नोएडा और गाज़ियाबाद के बीच बनने जा रहा नया एक्सप्रेसवे
नोएडा और ग़ाज़ियाबाद के बीच से गुज़रने वालों के लिए एहम ख़बर। जो लोग नोएडा और ग़ाज़ियाबाद के रास्ते होकर जाते थे और जाम में फँस कर परेशान होते थे, अब उनकी परेशानियाँ कम हो जायेंगी और कहें तो ख़त्म हो जायेंगी।

नोएडा और ग़ाज़ियाबाद के बीच से गुज़रने वालों के लिए एहम ख़बर। जो लोग नोएडा और ग़ाज़ियाबाद के रास्ते होकर जाते थे और जाम में फँस कर परेशान होते थे, अब उनकी परेशानियाँ कम हो जायेंगी और कहें तो ख़त्म हो जायेंगी।
Also Read: Adani Airport News: अडानी ग्रुप की इस कंपनी का आएगा IPO
एडा और ग़ाज़ियाबाद नया एक्सप्रेसवे
नोएडा और ग़ाज़ियाबाद को मिलने जा रहा है नया एक्सप्रेसवे जो यात्रियों के सफ़र को सुहाना और जाममुक्त बना देगा। इस नये एक्सप्रेसवे का नाम होगा FNG जो कि तीन बड़े शहरों को आपस में जोड़ देगा और आये दिन हो रहे यातायात के जाम को रोकने में भी मदद करेगा। ये तीन बड़े शहर हैं फ़रीदाबाद, नोएडा और ग़ाज़ियाबाद और इन्ही शहरों के पहले अक्षर को लेकर बना है इस एक्सप्रेसवे का नाम। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से ना सिर्फ़ यातायात पर नियंत्रण पाया जा सकता है बल्कि फ़रीदाबाद और ग़ाज़ियाबाद के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी और आने-जाने में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा। जो व्यापारी, कारोबारी हैं उन्हें भी अपने सामान को लाने-जाने में भी आसानी होगी।
फ़रीदाबाद और ग़ाज़ियाबाद के बीच अब दूरी कम
अब एक्सप्रेसवे बनने के बाद फ़रीदाबाद और ग़ाज़ियाबाद के बीच की दूरी जहां कम हो जाएगी वहीं इनके बीच एक बेहतर कनेक्टिवटी भी बनेगी। जो फ़रीदाबाद के लोगों को ग़ाज़ियाबाद से जोड़ देगी। बता दें कि FNG से आने वाले वाहन सीधा NH9 के मार्ग से जुड़ जाएँगे क्योंकि नोएडा के NH9 पर छिजारसी कट तक ये सड़क को तैयार किया जा रहा है।
Also Watch: 24 घंटे में ऐसे बन जाएगा आयुष्मान कार्ड, करना होगा बस ये काम?
एक्सप्रेसवे सुविधाजनक साबित
फ़रीदाबाद अपने बड़े उद्योग व्यवस्था के लिए जाना जाता है और इस एक्सप्रेसवे से जाम से छुटकारा तो मिलेगा ही साथ ही ग़ाज़ियाबाद के छोटे व्यापारी अपना सामान आसानी से फ़रीदाबाद भेज पायेंगे।साथ ही दोनों ही जगह फ़रीदाबाद और ग़ाज़ियाबाद में रहने के लिए अच्छे विकल्प हैं और इस एक्सप्रेसवे से लोग अब उन फ्लैटन और घर में भी निवेश कर पायेंगे साथ ही नोएडा, ग़ाज़ियाबाद और फ़रीदाबाद में बने हैं कॉलेज जिनमें हज़ारों के तादाद में बच्चे पढ़ते हैं। ये एक्सप्रेस उन बच्चों और शिक्षकों दोनों के लिए सुविधाजनक साबित होगा।