जून सीपीआई महंगाई दर बढ़कर 5.08% हो गई, जो चार महीनों में सबसे अधिक है
महंगाई दर का दबाव जारी रहेगा क्योंकि मई 2024 में सीपीआई-आधारित खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.8% हो जाएगी, खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी होगी

कंज्यूमर मूल्य इंडेक्स (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर मई 2024 में 4.8% रही, जो पिछले महीने के 4.87% से मामूली बढ़ोतरी को दर्शाती है और अर्थव्यवस्था में चल रही चिंताओं को दर्शाती है। विशेष रूप से खाद्य टोकरी में महंगाई दर है, जो राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की रिपोर्ट के अनुसार मई में 8.69% से जून में 9.36% तक बढ़ गई।
इन आँकड़ों के बीच, सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को CPI महंगाई दर को 4% पर बनाए रखने की ज़िम्मेदारी सौंपी है, जिसमें दोनों तरफ़ 2% की सहनशीलता सीमा है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए RBI के अनुमान एक अलग दृष्टिकोण का संकेत देते हैं: Q1 के लिए 4.9%, Q2 के लिए 3.8%, Q3 के लिए 4.6% और Q4 के लिए 4.5%।
मोनेटरी पॉलिसी (Monetary Policy) पर केंद्रीय बैंक (Central Bank) के निर्णय इन महंगाई दर के आँकड़ों से काफी प्रभावित होते हैं, क्योंकि वे सीधे आर्थिक स्थिरता और उपभोक्ता क्रय शक्ति को प्रभावित करते हैं। इस प्रकार, आरबीआई की रणनीतियां आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति संबंधी दबावों से निपटने और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।