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क्या है Mukesh Ambani का डेटा सेंटर का मेगा प्लान, Adani को कैसे देंगे टक्कर?

डेटा सेंटर के बिजनेस में अब मुकेश अंबानी ने कूदने का फैसला किया है। भारत में डेटा सेंटर विकसित करने के लिए मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल रियल्टी में निवेश का एलान किया है। ब्रुकफील्ड और डिजिटल रियल्टी की भारत में स्थित कंपनियों में रिलायंस 33.33 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदेगा। खबरों की मानें तो प्रस्तावित निवेश 378 करोड़ रुपये का है।

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Adani के बाद अब Ambani भी Data Center के बिजनेस में कूदे
Adani के बाद अब Ambani भी Data Center के बिजनेस में कूदे

देश में डाटा सेंटर का बिजनेस तेजी से उभर रहा है। ऐसे में एक के बाद एक दिग्गज कंपनियां इस बिजनेस में उतर रही हैं। इस रेस में Gautam Adani के बाद भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन Mukesh Ambani भी कूद गए हैं। आखिर डाटा सेंटर होता क्या है और ये इतना मह्तवपूर्ण बिजनेस क्यों बन गया है। आइये जानते हैं।Data Center का मतलब ऐसी जगह जहां पर डाटा यानि जानकारी को स्टोर किया जाता है। डाटा सेंटर बहुत बड़ी जगह में बनाए जाते हैं। डाटा सेंटर में बहुत बड़ी संख्या में कंप्यूटर सर्वर का इस्तेमाल होता है। ये सर्वर बहुत ज्यादा मात्रा में डाटा को प्रोसेसिंग कर अपने सर्वर में जानकारियों को इकट्ठा करके रखते हैं। Google से लेकर Youtube तक सबके पास अपना डाटा सेंटर हैं। 

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इसमें उन सभी चीजों का ध्यान रखा जाता है। जिससे लोगों को अपनी जानकारी खोने या जानकारी संबंधी किसी भी बात से समझौता ना करना पड़े। अब समझते हैं कि मुकेश अंबानी का मेगा प्लान है क्या? डेटा सेंटर के बिजनेस में अब मुकेश अंबानी ने कूदने का फैसला किया है। भारत में डेटा सेंटर विकसित करने के लिए मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली Reliance Industries ने ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल रियल्टी में निवेश का एलान किया है। ब्रुकफील्ड और डिजिटल रियल्टी की भारत में स्थित कंपनियों में रिलायंस 33.33% हिस्सेदारी खरीदेगा। खबरों की मानें तो प्रस्तावित निवेश 378 करोड़ रुपये का है। रिलायंस ने इस सौदा को फिलहाल रेगुलेटरी की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है। मीडिया रिपोर्ट्स खबरों की मानें तो इस सौदे को पूरा होने में करीब तीन महीने लगेंगे। आपको बता दें कि भारत में डिजिटल रियल्टी ट्रस्ट और ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर का ज्वाइंट वेंचर डिजिटल सर्विस  कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करता है। जो अच्छी गुणवत्ता, बेहतर कनेक्टिविटी, स्केलेबल डेटा सेंटर्स डेवलप कर रहे हैं, जिससे भारत में कंपनियों और डिजिटल सर्विसेज कंपनियों की अहम जरूरतों को पूरा किया जा सके।

डाटा सेंटर में बहुत बड़ी संख्या में कंप्यूटर सर्वर का इस्तेमाल होता है
डाटा सेंटर में बहुत बड़ी संख्या में कंप्यूटर सर्वर का इस्तेमाल होता है

रिलायंस ने अपने बयान में कहा गया है कि हम डिजिटल रियल्टी और हमारे मौजूदा और विश्वसनीय भागीदार ब्रुकफील्ड के साथ साझेदारी को लेकर बेहद उत्साहित हैं। यह साझेदारी हमें अपने उद्यम और SMB ग्राहकों को क्लाउड से अत्याधुनिक, प्लग-एंड-प्ले सॉल्यूशन देने में मदद करेंगे। हम डेटा केंद्रों को बुनियादी ढांचे का दर्जा देने और उनके विकास के लिए एक अनुकूल माहौल बनाने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं। जो 2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने के भारत के दृष्टिकोण के लिए महत्वपूर्ण है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी पहले से ही इस कारोबार में उतरने का एलान कर चुक हैं। इसके लिए कंपनी ने AdaniConneX के नाम से एक ज्वाइंट वेंचर बनाया है। कंपनी की योजना साल 2030 तक देश में तीन डेटा सेंटर शुरू करने की है। इसमें से नोएडा डेटा सेंटर पर काफी पहले काम शुरू हो चुका है। यानि की दोनों दिग्गजों के बीच बार फिर बिजनेस वॉर देखने को मिल सकती है।

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