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PM Modi ने 21 अगस्त को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर Shaktikanta Das को बधाई दी

ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन ने कहा कि RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास को 20 अगस्त को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में लगातार दूसरे वर्ष 'ए+' रेटिंग मिली है।RBI ने ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए X पर पोस्ट किया।

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पीएम मोदी और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास
पीएम मोदी और RBI गवर्नर शक्तिकांत दास

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में PM Modi ने कहा, RBI Governor Shaktikanta Das को इस उपलब्धि के लिए बहुत बधाई, और वह भी दूसरी बार। यह RBI में उनके नेतृत्व और आर्थिक विकास में एक नई दिशा तय की है।

लगातार दूसरी बार 'A+' रेटिंग मिली

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ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन ने कहा कि RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास को 20 अगस्त को ग्लोबल फाइनेंस सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड्स 2024 में लगातार दूसरे वर्ष 'ए+' रेटिंग मिली है।RBI ने ग्लोबल फाइनेंस मैगजीन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए X पर पोस्ट किया। ग्लोबल फाइनेंस मैगज़ीन ने दुनिया भर के उन केंद्रीय बैंक गवर्नरों के नाम जारी किए हैं जिन्होंने वर्ष 2024 के लिए अपने सेंट्रल बैंकर रिपोर्ट कार्ड में A+, A या A ग्रेड हासिल किया है।

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RBI की उपलब्धियां

देश में आर्थिक स्थितियों को नियंत्रित करने में RBI सफल रहा है। अगस्त में Minimum Support Price (MSP) की बैठक  के बाद RBI ने हाल ही में रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर रखा है। यह  मौजूदा आर्थिकताओं के बीच केंद्रीय बैंक के रुख को दिखाता है।मौद्रिक नीति के निर्णय की घोषणा करते हुए गवर्नर ने कहा था कि रेपो दर को एक जगह रखने का निर्णय इंफलेशन के बारे में लगातार  चिंताओं के बीच लिया गया, जो RBI की लक्ष्य सीमा से ऊपर है।

जुलाई से इंफलेशन

RBI गवर्नर दास ने कहा कि जुलाई से इंफलेशन में कमी आएगी, क्योंकि मानसून में सुधार हुआ है तथा ग्लोबल खाद्य के कीमतों में जुलाई में कमी आने के संकेत मिले हैं। चालू वित्त वर्ष (2024-25) के लिए Q1 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। RBI गवर्नर ने अगले वित्त वर्ष (Q1 2025-26) की पहली तिमाही के लिए CPI इंफसेशन 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।

खुदरा इंफलेशन

भारत की खुदरा इंफलेशन जून में 5 प्रतिशत के पार जाने के बाद जुलाई में काफी कम हो गई। खुदरा इंफलेशन में नरमी, भारत में थोक इंफलेशन में भी जुलाई में तेज गिरावट देखी गई।अखिल भारतीय थोक मूल्य सूचकांक ( WUPI )  के आधार पर इंफलेशन की वार्षिक दर जुलाई 2024 के लिए 2.04 प्रतिशत है जो कि जुलाई 2023 से ज्यादा है।