Sundar Pichai नहीं, ये है भारतीय मूल का CEO, जिसको मिलती है सबसे ज्यादा सैलरी
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टबैंक के साथ काम करते समय अरोड़ा का वेतन 135 मिलियन डॉलर था। कंपनी के लोग उन्हें दिग्गज निवेशक मासायोशी सोन के उत्तराधिकारी के रूप में देखते थे।

अमेरिका में भारतीय मूल के सीईओ Nikesh Arora गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग से भी ज्यादा कमा रहे हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट ने अमेरिका में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले शीर्ष 10 सीईओ का खुलासा किया है। इसमें बताया गया है कि साइबरसिक्योरिटी कंपनी पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ निकेश अरोड़ा ब्रॉडकॉम के सीईओ हॉक टैन के बाद दूसरे सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले सीईओ हैं। अरोड़ा का मुआवज़ा 1.43 मिलियन है जबकि जुकरबर्ग का0 .40 मिलियन और पिचाई का 0.8 मिलियन है।
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निकेश अरोड़ा कौन हैं?
अरोड़ा ने आईआईटी-बीएचयू से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने से पहले दिल्ली के एयर फोर्स पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है। बाद में उन्होंने नॉर्थईस्टर यूनिवर्सिटी, बोस्टन से एमबीए और बोस्टन कॉलेज से फाइनेंस में एमएस किया।
पालो ऑल्टो नेटवर्क्स में सीईओ
पालो ऑल्टो नेटवर्क्स में सीईओ बनने से पहले अरोड़ा ने गूगल जैसी मशहूर कंपनियों में चीफ बिजनेस ऑफिसर और सॉफ्टबैंक में प्रेसिडेंट, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के तौर पर काम किया है। निकेश अरोड़ा पिछले छह सालों से पालो ऑल्टो का नेतृत्व कर रहे हैं।
उच्च वेतन के लिए सुर्खियों में
यह पहली बार नहीं है जब अरोड़ा अपने उच्च वेतन के लिए सुर्खियों में आए हैं। 2012 में जब वे गूगल में काम कर रहे थे, तब भी वे 51 मिलियन डॉलर के पैकेज के साथ सबसे अधिक वेतन पाने वाले कार्यकारी अधिकारी थे। गूगल के साथ अपने कार्यकाल के अंत तक, उन्होंने पहले ही 200 मिलियन डॉलर के स्टॉक पुरस्कार एकत्र कर लिए थे।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, सॉफ्टबैंक के साथ काम करते समय अरोड़ा का वेतन 135 मिलियन डॉलर था। कंपनी के लोग उन्हें दिग्गज निवेशक मासायोशी सोन के उत्तराधिकारी के रूप में देखते थे।