
PLI स्कीम पर मंत्री राजीव चंद्र शेखर का रघुराम राजन पर निशाना
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और IT राज्यमंत्री राजीव चन्द्रशेखर ने RBI के पूर्व गवर्नर पर रिसर्च में झूठे आंकड़ों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर ने रघुराम राजन पर सरकार के प्रदर्शन से जुड़ी PLI स्कीम पर चिंता जताई है, उन्होंने राजन पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व गवर्नर ने PLI के लिए रिसर्च में झूठे आंकड़े और विशेषज्ञों द्वारा गलत तर्कों का इस्तेमाल किया है।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और IT राज्यमंत्री राजीव Chandrashekhar ने RBI के पूर्व गवर्नर पर रिसर्च में झूठे आंकड़ों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। चंद्रशेखर ने Raghuram Rajan पर सरकार के प्रदर्शन से जुड़ी PLI स्कीम पर चिंता जताई है, उन्होंने राजन पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व गवर्नर ने PLI के लिए रिसर्च में झूठे आंकड़े और विशेषज्ञों द्वारा गलत तर्कों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने अपने रिसर्च पेपर में PLI को लेकर चिंता जाहिर करते हुए तर्क देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि सरकार की स्मार्टफोन PLI स्कीम ज्यादातर असेंबली के बारे में है न कि डीप मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात आयात से कम है। रघुराम राजन के एक रिसर्च पेपर ‘क्या भारत वास्तव में मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब बन गया है?’ मै उन्होंने PLI स्कीम के साथ-साथ भारत के बढ़ते मोबाइल फोन निर्यात पर चिंता जताई है। उन्होंने यह तर्क देने की कोशिश की है कि सरकार की स्मार्टफोन PLI स्कीम एक गलत फैसला है. उन्होंने कहा कि राजन ने रिसर्च में कहा कि स्कीम ज्यादातर असेंबली के बारे में है न कि डीप मैन्युफैक्चरिंग, साथ ही इस स्कीम से निर्यात आयात भी कम है।
Also Read: सबसे बड़ा बैंक और बैंक के चेयरमैन लेते हैं बस इतना वेतन?
राजन के इस रिसर्च डाटा का रिप्लाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म लिंक्डइन पर चंद्रशेखर ने कहा कि रिसर्च पेपर झूठे आधार पर बनाया गया है, सभी इलेक्ट्रॉनिक्स आयात केवल मोबाइल प्रोसक्शन के उद्देश्यों के लिए ही हैं, उन्होंने रिसर्च में पहला झूठ बताते हुए कहा कि मोबाइल प्रोडक्शन 32.4 अरब डॉलर के कुल प्रमुख आयात का केवल एक हिस्सा उपयोग करता है, वहीं, इसके बाद दूसरा झूठ यह है कि मोबाइल फोन निर्माण से जुड़ा आयात कुल 32.4 अरब डॉलर में से केवल 22 अरब डॉलर है, जिसमे से सिर्फ 65% कुल मोबाइल प्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आगे चंद्रशेखर ने कहा कि पूर्व गवर्नर ने विदेशी मुद्रा के ऑउटफ्लो को 110% से ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर रिसर्च में पेश किया है, ये पाठकों को गुमराह करने, व्यापार घाटे को सनसनीखेज बनाने और PLI स्कीम को गलत फैसला बताने के लिए किया गया है, राजन ने यह भी कहा है कि मोबाइल फोन के छोटे से छोटे पार्ट्स भारत में नहीं बनते हैं।
