Hindenburg Report : Hindenburg ने कर दिया नया खुलासा, Adani मामले मे SEBI Chief Madhabi Puri Buch पर लगाए आरोप
हिंडनबर्ग रिपोर्ट: हिंडनबर्ग ने नया खुलासा किया, अडानी मामले में सेबी प्रमुख माधबी पुरी ने लटकी तलवारें!

अमेरिका के शॉर्ट सेलर फॉर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने एक बार फिर Adani Group से जुड़े मामले में नया दावा किया है। इस दावे के मुताबिक SEBI की चेयरपर्सन Madhabi Puri Buch और उनके पति की अदानी मनी साइफनिंग घोटाले (Adani Money Siphoning Scandal) मैं इस्तेमाल किए गए दोनों अस्पष्ट ऑफशोर फंडो में हिस्सेदारी थी।
क्या है रिपोर्ट?
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कहा गया है कि हमें अडानी समूह पर सबूत पेश किए लगभग 18 महीने से ज्यादा हो चुके हैं, हमारी रिपोर्ट में ऑफशोर में मुख्य रूप से मॉरीशस आधारित शेल कंपनियों के एक बड़े नेक्सेस का खुलासा किया गया है। इन कंपनियों का उपयोग संदिग्ध डॉलर के अघोषित संबंधित पार्टी, ट्रांजैक्शन, अघोषित निवेश और स्टॉक हेरफर के लिए किया जाता था। हमारी रिपोर्ट की पुष्टि और विस्तार करने वालों 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया जांचो के साथ-साथ सबूतों के बावजूद भारतीय प्रतिभूति नियामक बोर्ड यानी सेबी ने अदानी समूह के खिलाफ कोई सार्वजनिक कार्रवाई नहीं की है। इसके बजाय 27 जून 2024 को सेबी ने हमें एक कारण बताओं नोटिस भी भेजा था।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट
हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने आगे यह भी कहा गया है कि सेबी भी ने हमारे 106 पेज के विश्लेषण में किसी भी तथनात्मक त्रुटि का आरोप नहीं लगाया है, बल्कि यह कहा है कि जो भी सबूत दिए गए हैं वह अपर्याप्त है।
जनवरी 2023 में अदानी ग्रुप पर खुलासा
हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी 2023 को अदानी ग्रुप पर शेयरों में हेर फेर और ऑडिटिंग फ्रॉड का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की और इससे कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया गया था। यह रिपोर्ट समूह की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज द्वारा प्रस्तावित 20 हज़ार करोड रुपए की शेयर बिक्री से पहले आई थी। इस रिपोर्ट के बाद अदानी ग्रुप के शेयर बुरी तरह ध्वस्त हो गए थे। इस वजह से गौतम अडानी की निजी दौलत और रैंकिंग में भी बड़ी गिरावट आई थी। हालांकि सेबी ने हिंडनबर्ग के दावों को सिरे से खारिज कर दिया।
(खबर को अपडेट किया जा रहा है )