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Harpal Randhawa Death: भारतीय Mining Tycoon Harpal Randhawa का दुर्घटना में निधन

राल्ड न्यूज पेपर में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि प्लेन में चार विदेशी नागरिक थे और अन्य दो जिम्बाब्वे के थे। पुलिस ने कहा कि 29 सितंबर को सुबह 7.30 से 8 बजे के बीच ये दुर्घटना हुई है। रियोजिम का यह एयरक्राफ्ट सुबह 6 बजे हरारे से माइन के लिए रवाना हुआ था और माशावा से लगभग 6 किमी दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

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भारतीय खनन कारोबारी Harpal Randhawa की Zimbabwe में मिड एयर प्लेन क्रैश में मौत हो गई
भारतीय खनन कारोबारी Harpal Randhawa की Zimbabwe में मिड एयर प्लेन क्रैश में मौत हो गई

भारतीय अरबपति और भारतीय खनन कारोबारी Harpal Randhawa की Zimbabwe में मिड एयर प्लेन क्रैश में मौत हो गई। वो 60 साल के थे। प्लेन में उनके बेटे Amer समेत कुल 6 लोग सवार थे। सभी की इस दुर्घटना में मौत हो गई। सिंगल इंजन वाला सेसना 206 एयरक्राफ्ट हरारे से मुरोवा जा रहा था। क्रैश की वजह टेक्निकल फॉल्ट को बताया जा रहा है। हरपाल रंधावा माइनिंग कंपनी RioZim के मालिक थे। यह कंपनी सोना, कोयला, निकल और तांबे का उत्पादन करती है। रंधावा के परिवार ने 4 अक्टूबर 2023 को उनके और उनके बेटे आमेर के लिए मेमोरियल सर्विस का आयोजन किया है। इसमें उनके सभी दोस्तों और अन्य लोगों को इनवाइट किया है। ये प्रोग्राम हारारे के रेनट्री में होगा।

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हेराल्ड न्यूज पेपर में पुलिस के हवाले से कहा गया है कि प्लेन में चार विदेशी नागरिक थे और अन्य दो जिम्बाब्वे के थे। पुलिस ने कहा कि 29 सितंबर को सुबह 7.30 से 8 बजे के बीच ये दुर्घटना हुई है। रियोजिम का यह एयरक्राफ्ट सुबह 6 बजे हरारे से माइन के लिए रवाना हुआ था और माशावा से लगभग 6 किमी दूर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रियोजिम को 29 अगस्त 1956 को रियो टिंटो साउदर्न रोडेशिया लिमिटेड के रूप में इनकॉर्पोरेट किया गया था। इसकी स्थापना शुरुआत में मिडलैंड्स में एम्प्रेस निकेल डिपॉजिट को डेवलप करने और खनन करने के लिए की गई थी। रियोजिम 2004 में रियो टिंटो पीएलसी से अलग हो गई थी। यह कंपनी सोना, कोयला, टोल रिफाइन निकल और तांबे का उत्पादन करती है। सेसना 206 फिक्स्ड लैंडिंग गियर के साथ सिंगल इंजन वाले एयरक्राफ्ट है। इसका इस्तेमाल कॉमर्शियल एयर सर्विस और इंडिविजुअल यूज के लिए भी किया जाता है। छह सीटों वाला एयरक्राफ्ट साल 1964 में पेश किया गया था और 1986 तक बनाया गया था, जब सेसना ने अपनी सिंगल इंजन प्रोडक्ट लाइन का उत्पादन रोक दिया था। इसके बाद 1998 में इसे दोबारा पेश किया गया।

सिंगल इंजन वाला सेसना 206 एयरक्राफ्ट हरारे से मुरोवा जा रहा था
सिंगल इंजन वाला सेसना 206 एयरक्राफ्ट हरारे से मुरोवा जा रहा था