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Haldiram बहुत जल्द खरीद सकती है इस कंपनी में अपनी हिसेदारी, ₹2,912 करोड़ में हो सकती है डील

यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल के अनुसार, भारत के 6.2 अरब डॉलर के स्नैक मार्केट में हल्दीराम की लगभग 13% हिस्सेदारी है। लेज चिप्स के लिए मशहूर पेप्सी का भी लगभग 13% हिस्सा है। हल्दीराम के स्नैक्स सिंगापुर और अमेरिका जैसे विदेशी बाजारों में भी बेचे जाते हैं।

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Haldiram यलो डायमंड चिप्स बनाने वाले ब्रांड Pratap Snacks में बहुमत हिस्सेदारी खरीदेगी
Haldiram यलो डायमंड चिप्स बनाने वाले ब्रांड Pratap Snacks में बहुमत हिस्सेदारी खरीदेगी

Haldiram यलो डायमंड चिप्स बनाने वाले ब्रांड Pratap Snacks में बहुमत हिस्सेदारी खरीदेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हल्दीराम और प्रताप स्नैक्स के बीच इस डील को लेकर चर्चा चल रही है। 

हल्दीराम और प्रताप स्नैक्स के बीच 2,912 करोड़ में हो सकती है डील

रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रताप स्नैक्स में मेजोरिटी स्टेक्स खरीदने के लिए हल्दीराम को 350 मिलियन डॉलर यानी करीब 2,912 करोड़ रुपए देने होंगे। इंडियन फूड स्नैक मैन्युफैक्चरर के इस अधिग्रहण का उद्देश्य पोटेटो चिप्स मार्केट में हल्दीराम की उपस्थिति का विस्तार करना है। 

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डील की खबर से प्रताप स्नैक्स का शेयर 12% चढ़कर ₹1,398 पर पहुंचा

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच बातचीत शुरुआती दौर में है और वैल्यूएशन पर अभी चर्चा नहीं हुई है। हालांकि, यह डील प्रताप स्नैक्स के स्टॉक प्राइस से प्रीमियम पर होने की उम्मीद है। प्रताप स्नैक्स एक लिस्टेड कंपनी है। इस खबर के सामने आने के बाद गुरुवार को प्रताप स्नैक्स का शेयर 12.46% की तेजी के साथ 1,398 रुपए पर बंद हुआ। 

प्रताप स्नैक्स में हल्दीराम कम से कम 51% हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है

सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि प्रताप स्नैक्स में हल्दीराम कम से कम 51% की बहुमत हिस्सेदारी हासिल करना चाहती है। हालांकि, अभी फाइनल परसेंटेज तय नहीं किया गया है। प्रताप स्नैक्स अपने यलो डायमंड ब्रांड के चिप्स के लिए जाना जाता है। यह कंपनी एक ऐसे मार्केट में पेप्सी के लेज ब्रांड और अन्य स्नैक-मैन्युफैक्चरर के साथ कंपीट करती है, जहां लोकल और अन-ऑर्गेनाइज्ड फूड सेलर्स फ्राइड चिप्स सेगमेंट पर हावी हैं। 

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प्रताप स्नैक्स की लगभग 47% हिस्सेदारी पीक XV पार्टनर्स के पास

रिपोर्ट के अनुसार, पीक XV पार्टनर्स, जिसे पहले सिक्वोइया कैपिटल इंडिया के नाम से जाना जाता था। इस कंपनी के पास प्रताप स्नैक्स की लगभग 47% हिस्सेदारी है। यह कंपनी काफी समय से प्रताप स्नैक्स में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने का प्रयास कर रही है। हालांकि, हल्दीराम के CEO कृष्ण कुमार चुटानी, प्रताप के CEO अमित कुमत और पीक XV पार्टनर्स ने इस खबर पर कमेंट करने से इनकार कर दिया है। 

2017 में शेयर मार्केट में लिस्ट हुई थी प्रताप स्नैक्स

प्रताप स्नैक्स 2017 में शेयर मार्केट में लिस्ट हुई थी। इस कंपनी ने पिछले साल लगभग 200 मिलियन डॉलर यानी 1,663 करोड़ रुपए का एनुअल रेवेन्यू दर्ज किया। यह रोजाना अपने स्नैक्स के 12 मिलियन यानी 1.2 करोड़ से ज्यादा पैकेट्स 5 रुपए (6 अमेरिकी सेंट) से भी कम कीमत पर बेचती है।

हल्दीराम के रेवेन्यू 

दूसरी ओर, हल्दीराम 1 बिलियन डॉलर (8,317 करोड़ रुपए) से ज्यादा के रेवेन्यू के साथ पैकेज्ड स्नैक्स का एक बड़ा निर्माता है। सूत्र ने कहा, प्रताप के साथ यह डील हल्दीराम को आलू चिप्स सेगमेंट में एंट्री करने की इजाजत देगा, क्योंकि कंज्यूमर्स अक्सर लोकल की तुलना में वेस्टर्न फ्लेवर्ड वाले स्नैक्स पसंद करते हैं।

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 भारतीय राज्यों में 14 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट ऑपरेट करती है प्रताप स्नैक्स

प्रताप स्नैक्स 9 भारतीय राज्यों में 14 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट ऑपरेट करती है। जबकि छोटी अन-ऑर्गेनाइज्ड कंपनियां भारत में फ्राइड स्नैक्स मार्केट पर हावी हैं। हाल के सालों में स्वास्थ्य जागरूकता और हायर डिस्पोजेबल इनकम के कारण ब्रांडेड प्रोडक्ट्स में अच्छी ग्रोथ हुई है। महंगाई के दबाव और इंडियन मार्केट में बढ़ते कॉम्पिटिशन का सामना करने के बावजूद प्रताप स्नैक्स बाजार के बारे में आशावादी बने हुई है। कंपनी का अनुमान है कि 14% की एनुअल ग्रोथ के साथ स्नैक्स मार्केट की वैल्यू 5.2 बिलियन डॉलर यानी 43,242 करोड़ रुपए हो जाएगी। 

हल्दीराम की स्नैक मार्केट में 13% हिस्सेदारी

यूरोमॉनिटर इंटरनेशनल के अनुसार, भारत के 6.2 अरब डॉलर के स्नैक मार्केट में हल्दीराम की लगभग 13% हिस्सेदारी है। लेज चिप्स के लिए मशहूर पेप्सी का भी लगभग 13% हिस्सा है। हल्दीराम के स्नैक्स सिंगापुर और अमेरिका जैसे विदेशी बाजारों में भी बेचे जाते हैं। कंपनी के पास लगभग 150 रेस्तरां हैं। इसकी शुरुआत 1937 में एक छोटी सी दुकान से हुई थी।

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