
Foxconn ने रद्द की 19.5 अरब डॉलर की Vedanta चिप योजना
कंपनी ने बिना कोई स्पष्ट कारण बताए बयान जारी कर कहा कि फॉक्सकॉन ने तय किया है कि वह वेदांता के साथ संयुक्त उद्यम पर आगे नहीं बढ़ेगा। उधर वेदांता ने कहा कि वह अपने सेमीकंडक्टर फैब प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हमने भारत की पहली फाउंड्री स्थापित करने के लिए अन्य भागीदारों को तैयार किया है।

Foxconn ने कहा है कि Vedanta Limited के साथ वह प्रस्तावित चिप परियोजना से बाहर निकल रही है। कंपनी ने बिना कोई स्पष्ट कारण बताए बयान जारी कर कहा कि फॉक्सकॉन ने तय किया है कि वह वेदांता के साथ संयुक्त उद्यम पर आगे नहीं बढ़ेगा।ताइवानी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता ने कहा, "फॉक्सकॉन अब वेदांता की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई से फॉक्सकॉन नाम को हटाने के लिए काम कर रहा है।"
Also Read: Hyundai Exter हुई लॉन्च, Mini SUV लॉन्च करने का दावा
फॉक्सकॉन को आईफोन और अन्य ऐप्पल उत्पादों को असेंबल करने के लिए जाना जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में यह अपने व्यवसाय में विविधता लाने के लिए चिप्स में विस्तार कर रहा है। उधर वेदांता ने कहा कि "वह अपने सेमीकंडक्टर फैब प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हमने भारत की पहली फाउंड्री स्थापित करने के लिए अन्य भागीदारों को तैयार किया है"। "वेदांता ने दोहराया है कि वह अपने सेमीकंडक्टर फैब प्रोजेक्ट के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और हमने भारत की पहली फाउंड्री स्थापित करने के लिए अन्य साझेदारों को तैयार किया है। हम अपनी सेमीकंडक्टर टीम का विकास जारी रखेंगे, और हमारे पास 40 एनएम के लिए उत्पादन-ग्रेड तकनीक का लाइसेंस है।

फॉक्सकॉन और वेदांता ने पिछले साल गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए 1.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, ये परियोजना धोलेरा में स्थापित किया जाना था। भारत में सेमीकंडक्टर कारोबार 2022 में 24 अरब डॉलर का था और 2026 तक 80 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। डिस्प्ले पैनल बाजार का मूल्य 7 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है और 2025 तक इसके 15 बिलियन डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है।
Also Read: जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स ने 4,044 करोड़ रुपये का लोन डिफॉल्ट किया