Fairness Cream : फेयरनेस क्रीम ‘ग्लो एंड हैंडसम’ हुआ बैन
इमामी ने ‘फेयर एंड हैंडसम’ को 2005 में लॉच किया था। तब से ‘फेयर एंड हैंडसम’ का इस सेगमेंट के मार्केट पर 65% शेयर था। कंपनी इससे सालाना 150 करोड़ का रेवेन्यू भी कमा रही थी। 2019-20 तक यह 2,430 करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया था।

ट्रैडमार्क नियमों के तहत ‘फेयर एंड हैंडसम’ से मिलता-जुलता नाम ‘Glow and Handsome’ कानुनी प्रक्रिया के तहत बाजार से बैन किया गया है, अब ग्लो एंड हैंडसम नाम से कोई भी प्रोडक्ट नहीं मिलेगी। Kolkata High Court ने इसे बनाने वाली कंपनी Hindustan Unilever Limited को एक महीने की मोहलत दी है। कोर्ट ने ट्रेडमार्क नियमों के उल्लंघन के आरोप में यह फैसला सुनाया है। दरअसल इमामी ने अपने ट्रेडमार्क अधिकार का हनन बताते हुए HUL के खिलाफ 2020 में केस दर्ज किया था। जिसमें HUL के पुरुषों के फेयरनेस ब्रांड ‘मेन्स फेयर एंड लवली’ का नाम बदलकर ‘ग्लो एंड हैंडसम’ कर दिया था। यह नाम FMCG कंपनी इमामी की फेयरनेस ब्रांड ‘फेयर एंड हैंडसम’ से मिलता-जुलता था। कोर्ट ने कहा- किसी फेमस और लीडिंग प्रोडक्ट के नाम के महत्वपूर्ण हिस्से का इस्तेमाल कर उसी के जैसा नाम रखना भ्रामक और ठीक नहीं है। ग्लो एंड हैंडसम शब्द चुनकर HUL ने इमामी के प्रोडक्ट ‘फेयर एंड हैंडसम’ की ब्रांडिंग का गलत फायदा उठाने की कोशिश की है। इसमें धोखा देने या उसकी संभावना नजर आती है।
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HUL
HUL ने अपना पक्ष रखते हुए तर्क दिया कि ‘हैंडसम’ शब्द पूरी तरह से एक सामान्य शब्द है, जिसका उपयोग इंडस्ट्री में अन्य कंपीटिटर भी करते हैं। इसका इस्तेमाल स्टैंडअलोन मार्क के रुप में नहीं किया जाता है। HUL ने 2018 में कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के तहत पेटेंट डिजाइन एंड ट्रेड मार्क के कंट्रोलर के पास ‘ग्लो एंड लवली’ के लिए ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया था, लेकिन कंट्रोलर ने उसे रिजेक्ट कर दिया था।
इमामी कंपनी
इमामी कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक इनके 20 से ज्यादा ब्रांड्स और 450 से ज्यादा प्रोडक्ट दुनियाभर के 70 से ज्यादा मार्केट में है। कंपनी में 3,200 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। वित्त वर्ष 2023 में इमामी का टर्नओवर 3460 करोड़ रुपए था। इमामी ने ‘फेयर एंड हैंडसम’ को 2005 में लॉच किया था। तब से ‘फेयर एंड हैंडसम’ का इस सेगमेंट के मार्केट पर 65% शेयर था। कंपनी इससे सालाना 150 करोड़ का रेवेन्यू भी कमा रही थी। 2019-20 तक यह 2,430 करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया था।