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EaseMyTrip के फाउंडर अब GoFirst को नहीं खरीदना चाहते, फरवरी में SpiceJet के साथ मिलकर लगाई थी बोली

एयरलाइन ने दावा किया था कि इंजनों की सप्लाई नहीं होने से उसे अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े हैं। अमेरिका के एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की। ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी फ्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े।

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EaseMyTrip के को-फाउंडर और CEO निशांत पिट्टी ने नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन GoFirst  को खरीदने की अपनी बोली वापस ले ली है
EaseMyTrip के को-फाउंडर और CEO निशांत पिट्टी ने नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन GoFirst को खरीदने की अपनी बोली वापस ले ली है

EaseMyTrip के को-फाउंडर और CEO निशांत पिट्टी ने नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइन GoFirst  को खरीदने की अपनी बोली वापस ले ली है। पिट्टी ने कहा, 'सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद मैंने गो फर्स्ट की बोली से हटने का फैसला किया है।' निशांत पिट्टी के मेजॉरिटी स्टेक वाली कंपनी बिजी बी ने गो फर्स्ट में हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा दिखाई थी। इसके लिए फरवरी में बिजी बी ने स्पाइसजेट के MD और चेयरमैन अजय सिंह के साथ मिलकर बोली लगाई थी। बिजी बी एयरवेज प्राइवेट लिमिटेड निशांत पिट्टी और अजय सिंह का एक ज्वाइंट वेंचर है। 

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DGCA ने 1 मई को गो फर्स्ट के 54 विमानों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया था

इससे पहले एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने 1 मई को गो फर्स्ट एयरलाइन के 54 विमानों का रजिस्ट्रेशन कैंसिल था। 26 अप्रैल को दिल्ली हाईकोर्ट ने 5 वर्किंग डे में गो फर्स्ट की ओर से लीज पर लिए गए विमानों का डीरजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा था। इसके बाद एविएशन रेगुलेटर ने यह कार्रवाई की थी।एयरक्राफ्ट लीजिंग कंपनियों में पेमब्रोक एविएशन, एक्सिपिटर इनवेस्टमेंट्स एयरक्राफ्ट्स 2 लिमिटेड, EOS एविएशन और SMBC एविएशन शामिल हैं। इन कंपनियों ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर कर उन विमानों को रिलीज करने की मांग की थी, जो गो फर्स्ट को लीज पर दिए गए थे। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने 22 मई 2023 को NCLT यानी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के उस ऑर्डर को भी सही ठहराया था, जिसके तहत दिवालिया घोषित करने के लिए गो फर्स्ट की याचिका स्वीकार की गई थी।

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पिछले साल 3 मई से बंद हैं गो फर्स्ट की उड़ानें

गो फर्स्ट की उड़ानें पिछले साल 3 मई से बंद हैं और वह स्वैच्छिक दिवालियापन प्रक्रिया से गुजर रही है। एयरलाइन ने पिछले साल 2 मई 2023 को बताया था कि वो 3, 4 और 5 मई के लिए अपनी सभी फ्लाइट कैंसिल कर रही है। इसके बाद से गो फर्स्ट लगातार फ्लाइट्स सस्पेंड करने की डेट आगे बढ़ा रही है।  

एयरलाइन पर लेंडर्स का 6,521 करोड़ रुपए बकाया

गो फर्स्ट पर अपने लेंडर्स का 6,521 करोड़ रुपए बकाया है। एक्यूइट रेटिंग्स एंड रिसर्च ने 19 जनवरी की रिपोर्ट में कहा था कि सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का सबसे ज्यादा 1,987 करोड़ रुपए का एक्सपोजर था, इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा का 1,430 करोड़ रुपए, डॉयचे बैंक का 1,320 करोड़ रुपए और IDBI बैंक का 58 करोड़ रुपए बकाया था। 

इंजन सप्लाई नहीं होने से बंद करने पड़े ऑपरेशन

एयरलाइन ने दावा किया था कि इंजनों की सप्लाई नहीं होने से उसे अपने ऑपरेशन बंद करने पड़े हैं। अमेरिका के एयरक्राफ्ट इंजन मैन्युफैक्चरर प्रैट एंड व्हिटनी (PW) को गो फर्स्ट को इंजन की सप्लाई करनी थी, लेकिन उसने समय पर इसकी सप्लाई नहीं की। ऐसे में गो फर्स्ट को अपनी फ्लीट के आधे से ज्यादा एयरक्राफ्ट ग्राउंडेड करने पड़े। इससे उसे भारी नुकसान हुआ था। फ्लाइट नहीं उड़ने के कारण एयरलाइन के पास कैश की कमी हो गई और फ्यूल भरने के लिए भी पैसे नहीं बचे। एयरलाइन के A20 नियो एयरक्राफ्ट में इन इंजनों का इस्तेमाल होता था।

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