scorecardresearch

क्या आप जानते हैं अब तक सिर्फ एक बिज़नेस मैन को मिला है भारत रत्न?

जेआरडी टाटा को 1992 में भारत रत्न मिला था। यह सम्मान उन्हें उद्योग, विमानन और सामाजिक कार्यों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया था। भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के हाथों उन्हेंक यह सम्माशन मिला था।

Advertisement
भारत रत्न देश का सर्वोच्चब नागरिक सम्मातन है
भारत रत्न देश का सर्वोच्चब नागरिक सम्मातन है

Bharat Ratna देश का सर्वोच्चव नागरिक सम्मातन है। हर क्षेत्र के लोगों की ख्वाहिश होती है उन्हें भारत रत्न मिले। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब तक केवल 53 लोगों को भारत रत्न मिला है। लेकिन इस लिस्ट में सिर्फ एक बिज़नेस मैन है जिसे भारत रत्न मिला है।2024 में कई लोगों को इससे सम्मानित किया गया। इनमें लालकृष्णं आडवाणी, चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, एमएस स्वामीनाथन और कर्पूरी ठाकुर शामिल थे। इसी के साथ भारत रत्न् पाने वालों की कुल संख्याइ 53 हो गई है। इनमें ज्या दातर राजनेता हैं। 53 लोगों की लिस्टी में सिर्फ एक व्य्वसायी हैं जिन्हें अब तक भारत रत्नस मिला है। उनका नाम है Jahangari Ratanji Dadabhai Tata। लोग उन्हें जेआरडी टाटा के नाम से जानते हैं। हालांकि लोग एक्स पर हर साल रतन टाटा के लिए भी भारत रत्न देने की मुहिम चलाते हैं लेकिन अभी तक रतन टाटा को भारत रत्न नहीं मिल पाया है और यही वजह है कि भारत रत्न पाने वालों में सिर्फ एक कारोबारी ऐसे हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड बनाए हुए हैं।

advertisement

Also Read: Electoral Bond SOP की जानकारी देने से SBI का इनकार, RTI के नियमों का दिया हवाला

कब मिला था सम्मान?

जेआरडी टाटा को 1992 में भारत रत्न  मिला था। यह सम्मान उन्हें उद्योग, विमानन और सामाजिक कार्यों में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया गया था। भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के हाथों उन्हेंक यह सम्माशन मिला था। इस तरह जेआरडी टाटा भारत रत्न पाने वाले पहले और एकमात्र उद्योगपति हैं। इसके पहले 1955 में उन्हेंक पद्म विभूषण से सम्मांनित किया गया था। जेआरडी का जन्म 29 जुलाई 1904 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था। उन्होंने 1929 में टाटा ग्रुप में प्रवेश किया। साल 1938 में 25 साल की आयु में वह ग्रुप के अध्यक्ष बने। जेआरडी टाटा ने टाटा ग्रुप को एक नया आयाम दिया। इसे भारत के सबसे बड़े और सबसे सम्मानित समूहों में से एक बनाया।

जेआरडी टाटा

साल 1932 में जेआरडी टाटा ने देश में पहली घरेलू एयरलाइन एयर इंडिया की शुरुआत की थी। हालांकि, 1953 में इसका राष्ट्री यकरण कर दिया गया था। इससे यह एयरलाइन सरकार के पास चली गई थी। संयोग देखिए कि कई दशक बाद यह दोबारा टाटा ग्रुप के हाथों में वापस लौट आई है। जेआरडी टाटा ने न केवल टाटा समूह के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।