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#ModinomicsBudget2024: MSME के लिए MUDRA Loan की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये की गई, Angel Tax खत्म किया गया - जानिए वित्त मंत्री के भाषण की मुख्य बातें

मोदी सरकार के पहले बजट में एमएसएमई और स्टार्टअप्स को मिली बड़ी राहत

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में मोदी 3.0 सरकार का पहला बजट पेश किया। इस बजट में एमएसएमई और स्टार्टअप क्षेत्र को कई महत्वपूर्ण राहत प्रदान की गई है, जिनमें मुद्रा लोन की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये करना और एंजल टैक्स को समाप्त करना शामिल है।

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मुद्रा लोन की सीमा बढ़ी

वित्त मंत्री ने मुद्रा लोन योजना के तहत ऋण की सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी है। यह कदम छोटे और सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। इससे स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूती मिलेगी और उद्यमिता को प्रोत्साहन मिलेगा।

एंजल टैक्स समाप्त

वित्त मंत्री ने एंजल टैक्स को भी समाप्त करने का ऐलान किया है। यह कर अनलिस्टेड कंपनियों पर लगाया जाता था, जो कि फेयर मार्केट वैल्यू से ज्यादा फंड जुटाती थीं। इस कर को स्टार्टअप क्षेत्र के लिए बाधक माना जाता था, क्योंकि इससे फंडिंग में कमी आती थी। इस कदम से स्टार्टअप्स को पूंजी जुटाने में आसानी होगी और निवेशकों को भी राहत मिलेगी।

कौशल विकास पर जोर

सरकार ने कौशल विकास पर भी जोर दिया है। वित्त मंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में 1,000 आईटीआई को अपग्रेड किया जाएगा। इसके अलावा, शीर्ष कंपनियों में 1 करोड़ छात्रों को इंटर्नशिप का मौका दिया जाएगा, जिसमें 12 महीने के इंटर्नशिप के दौरान प्रति माह 5,000 रुपये का भत्ता दिया जाएगा।

मध्यम वर्ग को राहत

बजट में मध्यम वर्ग को भी राहत दी गई है। आयकर स्लैब में बदलाव करते हुए कहा गया है कि अब 5 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इसके अलावा, 5 लाख से 10 लाख रुपये की आय पर 10% और 10 लाख से 20 लाख रुपये की आय पर 20% टैक्स लगेगा। 20 लाख रुपये से ऊपर की आय पर 30% टैक्स लगेगा।

मोदी 3.0 सरकार के पहले बजट में एमएसएमई और स्टार्टअप क्षेत्र को कई सौगातें मिली हैं। मुद्रा लोन की सीमा बढ़ाकर 20 लाख रुपये करना और एंजल टैक्स को समाप्त करना इनमें प्रमुख हैं। इससे स्टार्टअप्स को पूंजी जुटाने में आसानी होगी और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, कौशल विकास पर जोर देने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मध्यम वर्ग को भी आयकर में राहत से उनकी खरीदारी शक्ति बढ़ेगी। यह बजट एमएसएमई और स्टार्टअप क्षेत्र के लिए काफी उम्मीदों पर खरा उतरता है और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
 

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