
पहाड़ों पर बारिश से यमुना में उफान, Delhi में खतरनाक स्तर पर पहुंचा नदी का जलस्तर
दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं। हिमाचल प्रदेश में रविवार से जो खतरनाक लैंडस्लाइड का सिलसिला चला वो अब तक नहीं रुका है। शिमला में कई इमारतें जमींदोज हो गईं। बारिश के कारण अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आपदा की वजह से राज्य को अब तक 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है।

Himachal Pradesh में कुदरत का कहर जारी है। रविवार से जो खतरनाक लैंडस्लाइड का सिलसिला चला वो अब तक रुका नहीं है। Uttarakhand में भी बारिश से कई जगह भूस्खलन देखने को मिला है। साथ ही पहाड़ों पर हो रही बारिश का सीधा असर Delhi में यमुना नदी के जलस्तर पर भी पड़ रहा है। दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। अधिकारियों के मुताबिक, नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं।
Also Read: Dwarka Expressway पर CAG की रिपोर्ट के बाद उठे सवाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर आज (बुधवार) सुबह 5:00 बजे 205.4 3 मीटर रिकॉर्ड किया गया तो सुबह 6:00 बजे यह घटकर 205.3 5 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि ये वार्निंग लेवल यानी खतरे के निशान 204.50 मीटर के पार है। यमुना का डेंजर लेवल 205.33 मीटर है। दिल्ली सरकार के सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदी के किनारे निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है, लेकिन स्थिति के गंभीर होने के आसार कम हैं। हिमाचल प्रदेश में रविवार से जो खतरनाक लैंडस्लाइड का सिलसिला चला वो अब तक नहीं रुका है। Shimla में कई इमारतें जमींदोज हो गईं। बारिश के कारण अब तक 61 लोगों की मौत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, आपदा की वजह से राज्य को अब तक 10 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से राज्य के भीम गौड़ा बैराज एसपीआर नंबर-7 पर गंगा नदी का स्तर 292.65 मीटर पहुंच गया है।
