कौन है चार्ली मंगर? कैसे आप ले सकते हैं उनके जीवन से प्रेरणा?
जब हम अमेरिकी दिग्गज निवेशक वारेन बफेट का नाम लेते हैं तो एक नाम और ज़हन में आता है। वो नाम है चार्ली मंगर। चार्ली मंगर वैसे तो वारेन बफेट के बिज़नेस पार्टनर हैं लेकिन उनको भी अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निवेशक और विचारक माना जाता है। लेकिन चार्ली मंगर के जीवन में ऐसा काफी कुछ छुपा है जिससे आप काफी कुछ सीख सकते हैं।

कौन है चार्ली मंगर? कैसे आप ले सकते हैं उनके जीवन से प्रेरणा?
जब हम अमेरिकी दिग्गज निवेशक वारेन बफेट का नाम लेते हैं तो एक नाम और ज़हन में आता है। वो नाम है चार्ली मंगर। चार्ली मंगर वैसे तो वारेन बफेट के बिज़नेस पार्टनर हैं लेकिन उनको भी अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निवेशक और विचारक माना जाता है।लेकिन चार्ली मंगर के जीवन में ऐसा काफी कुछ छुपा है जिससे आप काफी कुछ सीख सकते हैं।
लेकिन ऐसा नहीं है कि चार्ली मंगर शेयर बाजा़र के निवेशक होने से पहले कोई इकोनॉमिस्ट या प्रोफेसर थे। दरअसल मंगर पेशे से एक वकील हुआ करते थे, फाइनेंशियल फ्रीडम पाने के लिए उन्हों ने वकालत के बदले इनवेस्टिंग में समय देने का सोचा। वे अक्सर वॉरेन बफेट के साथ देखे जाते हैं लेकिन इन्होंने काफ़ी प्रसिद्ध लेखक फिलिप फिश्चर के साथ भी काम किया है। लोग कहते हैंकि उन्होंने ही वॉरेन को ये सीखाया कि बेकार बिजनेस को सस्ते में खरीदने से अच्छा है कि अच्छे बिजनेस को वेल्यू के हिसाब से खरीदा जाए। वो इस सदी के सबसे बड़े वैल्यू इनवेस्टर माने जाते हैं। मंगर ने हार्वर्ड लॉ स्कूल से अपनी लॉ कि डिग्री ली है लेकिन कभी इकोनॉमिक्स, फाइनेंस या फिर बिजनेस का कोई भी कोर्स नहीं किया। इन्होंने करोड़ों डॉलर्स दान भी किए हैं।
चार्ली मंगर ने Poor Charlie's Alamanack : The Wit and Wisdom of Charles T Munger" नाम की एक किताब भी लिखी है जिससे काफ़ी निवेशकों को काफ़ी कुछ सीखने को भी मिलता है।
मंगर अक्सर टीवी चैनल्स पर भी आते हैं लेकिन उनको हर साल बर्कशायर हैथवे की वार्षिक बैठक में वॉरेन बफेट के साथ देखा जाता है।
चार्ली मंगर और वॉरेन बफट के बाद कौन होगा अक्सर ये भी सवाल पूछा जाता है कौन हैं अजीत जैन?
अजीत जैन 1986 में बर्कशायर हैथवे के बीमा कारोबार से जुड़े थे। अभी वह वाइस चेयरमैन के तौर पर बर्कशायर हैथवे के बीमा कारोबार का नेतृत्व कर रहे हैं। जैन का जन्म ओडिशा में हुआ है। वह आईआईटी-खड़गपुर के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने साल 1972 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है। वह आईबीएम और मैकेंजी एंड कंपनी में भी काम कर चुके हैं।
अजित जैन के नेतृत्व की रिइंश्योरेंस इकाई (Reinsurance), प्राकृतिक आपदाओं ( तूफ़ान, भूकम्प, बाढ़ आदि) से प्रॉपर्टी के नुक्सान के प्रति इंश्योरेंस पालिसी देती है। यह बिज़नस Berkshire Hathaway को सालाना कई मिलियन डॉलर का फायदा देता है।
अजित जैन ने Berkshire Hathaway को करीब 44 बिलियन (3,20,268करोड़ रूपए) का फायदा पहुँचाया है जिससे अजित की व्यावसायिक सफलता का पता चलता है। वारेन बाफेट तो अजित जैन की प्रतिभा के कायल हैं। एक बार वारेन ने अपने शेयरहोल्डर्स से कहा था अगर मैं (वारेन बफे), कंपनी के वाईस चेयरमैन चार्ली मंगर और अजित जैन डूब रहे हों और आपको किसी एक को बचाना हो तो अजित जैन को ही बचाइयेगा।