Kenya में अब वीजा फ्री एंट्री, पढ़िए पूरी खबर
भारत सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या 2011 में 1.4 करोड़ से बढ़कर 2019 में 2.7 करोड़ पर पहुंच गई थी। फिर कोरोना महामारी के कारण दो साल तक टूरिज्म सेक्टर ठप रहा। 2022 में यह संख्या फिर से 2.1 करोड़ हो गई।

दुनिया भर के विजिटर्स को जनवरी 2024 से Kenya जाने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होगी। अब Electronic Travel Authorization लेकर वहां जा सकते हैं। केन्या के राष्ट्रपति William Ruto ने 12 दिसंबर को यह घोषणा की। टूरिज्म इंडस्ट्री को बूस्ट देने के लिए ऐसा किया है। केन्या की आजादी के 60 साल पूरे होने पर नैरोबी में एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रुटो ने कहा- 'इलेक्ट्रॉनिक ट्रैवल ऑथोराइजेशन से थकाऊ वीजा प्रोसेस खत्म होगी।' इससे पहले श्रीलंका, मलेशिया और थाइलैंड जैसे देशों ने इंडियंस के लिए वीजा फ्री एंट्री का ऐलान किया था। केन्या, अपने डायवर्स लैंडस्केप और वाइब्रेंट कल्चर के लिए पॉपुलर है। यहां ट्रैवलर्स वाइल्ड लाइफ सफारीज का थ्रिलिंग एक्सपीरियंस लेने आते हैं। इसकी इकोनॉमी टूरिज्म पर काफी निर्भर है। वीजा रिक्वायरमेंट के खत्म होने से ज्यादा ट्रैवलर्स के यहां आने की उम्मीद है। मलेशिया ने 1 दिसंबर से भारत और चीन के नागरिकों को वीजा-फ्री एंट्री देनी शुरू कर दी है।
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वीजा-फ्री एंट्री की घोषणा मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने की थी। चीनी और भारतीय नागरिक 30 दिनों तक मलेशिया में वीजा-फ्री रह सकते हैं। मलेशिया इकोनॉमिक ग्रोथ को सपोर्ट देने के लिए ऐसा कर रहा है। इससे पहले श्रीलंका-थाईलैंड भी वीजा फ्री एंट्री का ऐलान कर चुके हैं। वियतनाम भी भारत के ट्रैवलर्स के लिए वीजा फ्री एंट्री शुरू कर सकता है। अभी जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन, डेनमार्क, स्वीडन और फिनलैंड जैसे देशों के नागरिक बिना वीजा के वियतनाम में प्रवेश कर सकते हैं। न्यूज एजेंसी के अनुसार, वियतनाम के संस्कृति, खेल और पर्यटन मंत्री गुयेन वान हंग ने पर्यटन में सुधार लाने के लिए चीन और भारत जैसे प्रमुख बाजारों के लिए शॉर्ट टर्म वीजा वेवर देने को कहा है। टूरिज्म इंडस्ट्री को बूस्ट देने के लिए ऐसा किया जा रहा है। भारत सरकार के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या 2011 में 1.4 करोड़ से बढ़कर 2019 में 2.7 करोड़ पर पहुंच गई थी। फिर कोरोना महामारी के कारण दो साल तक टूरिज्म सेक्टर ठप रहा। 2022 में यह संख्या फिर से 2.1 करोड़ हो गई।