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यूक्रेन युद्ध के बाद रूस ने पहली बार तेल एक्सपोर्ट में दी छूट

मौजूदा समय में अमरिकी क्रूड ऑयल 90 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। ब्रेंट क्रूड वायदा बाजार में मौजूदा 14 सेंट कम होकर 93.15 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. तो वहीं दूसरी ओर यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड सोमवार को 35 सेंट गिरकर 89.68 डॉलर पर बंद हुआ।

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यूक्रेन युद्ध के बाद रूस ने पहली बार तेल एक्सपोर्ट में दी छूट
यूक्रेन युद्ध के बाद रूस ने पहली बार तेल एक्सपोर्ट में दी छूट

यूक्रेन युद्ध में रूस ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को हिला के रखा था लेकिन अब रूस ने एक बड़ी राहत दी है। दरअसल रूस ने फ्यूल एक्सपोर्ट से जुड़े प्रतिबंधो को हटा दिया है। रूस के इस फैसले से दुनिया भर को एक बड़ा फयादा होगा. फ्यूल एक्सपोर्ट प्रतिबंधो को हटाने से  रूसी फ्यूल की सफलाई बढ़गी और दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने का मिलेगा। अगर बात करें फयादे की तो इसमें सबसे ज्यादा फयादा अमेरिका,समेत  ईरान,इराक़,सऊदी अरब, यमन,सीरिया,लेबानान, जैसे खाड़ी देशों को मिलेगा। लेकिन इस में सबसे बड़ा सवाल यह कि क्या भारत में पेट्रोल और डीजल के कीमतों में कमी आएगी? भारत में पेट्रोल डीजल की प्राइज देखे तो इसमें कोई खास कमी देखने को नहीं मिली है।

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दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने का मिलेगा
दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतों में इजाफा देखने का मिलेगा

मौजूदा समय में अमरिकी क्रूड ऑयल 90 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। ब्रेंट क्रूड वायदा बाजार में मौजूदा  14 सेंट कम होकर 93.15 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. तो वहीं दूसरी ओर यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड सोमवार को 35 सेंट गिरकर 89.68 डॉलर पर बंद हुआ।

सऊदी अरब और रूस ने भी उत्पादन में कटौती की घोषणा की थी, और इसके बाद कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गई थी, जिसमें अब थोड़ी सी गिरावट देखने को मिल रही है। 

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने अपने फ्यूल आयात में बदलाव को मंजूरी दे दी है.कुछ जहाजों के लिए बंकरिंग के रूप में इस्तेमाल होने वाले फ्यूल और हाई सल्फर कंटेंट वाले डीजल पर प्रतिबंध हटा दिया गया है. पिछले गुरुवार को घोषित सभी प्रकार के गैसोलीन और हाई क्वालिटी वाले डीजल पर एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध अब भी बरकरार है।