सेकंड होम खरीदने का बढ़ रहा चलन, 360 रियल्टर्स ने जारी की 'सेकंड होम क्वाड्रंट रिपोर्ट'
देश में सेकंड होम और वेकेशन रेंटल का चलन तेजी से बढ़ रहा है। प्रमुख रियल एस्टेट कंसल्टेंसी 360 रियल्टर्स ने एक्सॉन डेवलपर्स के साथ मिलकर ‘सेकंड होम क्वाड्रंट रिपोर्ट’ जारी की है।

अगर आप किसी हिल स्टेशन, धार्मिक स्थल या सुकून भरी जगह पर अपना दूसरा घर खरीदने का सपना देख रहे हैं, तो यह रिपोर्ट आपके लिए फायदेमंद हो सकती है। देश में सेकंड होम और वेकेशन रेंटल का चलन तेजी से बढ़ रहा है। लोग अब सिर्फ निवेश के लिए नहीं, बल्कि वीकेंड गेटवे, मानसिक शांति और बेहतर लाइफस्टाइल के लिए भी दूसरी प्रॉपर्टी खरीदने लगे हैं। इसी ट्रेंड को समझने के लिए प्रमुख रियल एस्टेट कंसल्टेंसी 360 रियल्टर्स ने एक्सॉन डेवलपर्स के साथ मिलकर ‘सेकंड होम क्वाड्रंट रिपोर्ट’ जारी की है।
इस रिपोर्ट में गोवा, सिंधुदुर्ग, देहरादून, ऋषिकेश, नरेंद्र नगर, हरिद्वार, अयोध्या, कूर्ग, दार्जिलिंग, टिहरी, अलवर समेत कई शहरों को चार कैटेगरी में बांटकर उनका विश्लेषण किया गया है। यह रिपोर्ट उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है, जो किसी अच्छे सेकंड होम लोकेशन की तलाश कर रहे हैं या फ्यूचर में इस बाजार में निवेश करना चाहते हैं।
अयोध्या, सिंधुदुर्ग और गोवा लीडर कैटेगरी में
रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या, सिंधुदुर्ग और उत्तर गोवा को लीडर श्रेणी में रखा गया है। इन बाजारों में तेजी से निवेश हो रहा है और भविष्य में यह और बढ़ने की संभावना है। अयोध्या में पिछले 12 महीनों में जमीन के दाम 22-25% तक बढ़ चुके हैं और कई बड़े डेवलपर्स यहां निवेश कर रहे हैं।
वहीं, ऋषिकेश, अलवर और नरेंद्र नगर को 'अंडरडॉग्स' कैटेगिरी में रखा गया है। ये बाजार अभी शुरुआती स्तर पर हैं लेकिन इनमें तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। खासतौर पर ऋषिकेश और नरेंद्र नगर के बीच का इलाका बेहतर कनेक्टिविटी, शांत मौसम और वेलनेस टूरिज्म के चलते निवेशकों को आकर्षित कर रहा है। यहां पिछले एक साल में जमीन के दाम 9.5% तक बढ़े हैं।
अलवर में एनसीआर के खरीदार बढ़े
एनसीआर से सटे अलवर में भी सेकंड होम खरीदारों की दिलचस्पी बढ़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक, यहां प्रॉपर्टी की कीमत 300-900 रुपये प्रति वर्ग फुट के बीच है, लेकिन यह हर साल 15-20% की दर से बढ़ रही है। अलवर में वीकेंड होम की मांग बढ़ने से किराये पर सालाना 5-6% रिटर्न मिल रहा है।
360 रियल्टर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अंकित कंसल ने कहा कि भारत में रेसिडेंशियल, कमर्शियल और रिटेल रियल एस्टेट पर बहुत रिसर्च उपलब्ध है, लेकिन सेकंड होम बाजार से जुड़ा विश्लेषण सीमित है। इस अंतर को भरने के लिए हमने 'सेकंड होम क्वाड्रंट रिपोर्ट' तैयार की है। हमने संपत्ति की कीमतों, किराये से मिलने वाले रिटर्न, पर्यटन बाजार और इन्फ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ जैसे विभिन्न मानकों के आधार पर यह रिपोर्ट बनाई है।
'वर्क इन प्रोग्रेस' और 'चैलेंजर' कैटेगिरी में ये शहर
रिपोर्ट के अनुसार, चंबा, टिहरी, दार्जिलिंग, कूर्ग और सोलन को 'वर्क इन प्रोग्रेस' कैटेगरी में रखा गया है। इन शहरों में अभी निवेश की उतनी तेजी नहीं दिख रही है, लेकिन भविष्य में सही रणनीति के साथ ये बड़े हॉलिडे होम डेस्टिनेशन बन सकते हैं। वहीं, शिमला और हरिद्वार को 'चैलेंजर' कैटेगिरी में रखा गया है। इन शहरों में रियल एस्टेट बाजार स्थिर है, लेकिन भविष्य में नए विकल्पों के कारण यहां कॉम्पीटीशन बढ़ सकता है।
सेकंड होम बाजार 3 बिलियन डॉलर के पार
भारत में सेकंड होम और वेकेशन रेंटल का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और वर्तमान में इसका मूल्य 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक हो चुका है। बढ़ती इनकम, रिमोट वर्किंग, वेलनेस-फोकस्ड लाइफस्टाइल और स्टेकैशन कल्चर जैसे कारणों से यह बाजार आगे बढ़ रहा है।
रियल एस्टेट एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले सालों में सेकंड होम बाजार में निवेश के बेहतरीन अवसर बनेंगे। खासतौर पर धार्मिक, पर्यटन और प्राकृतिक रूप से समृद्ध स्थानों में खरीदारों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है।
रिपोर्ट पर बात करते हुए सुषमा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रतीक मित्तल ने कहा कि भारत का सेकंड-होम मार्केट, जिसका मूल्य अब 3 बिलियन डॉलर से अधिक है, तेजी से डेवलप हो रहा है जिसमें हिमाचल प्रदेश एक प्रमुख डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। दूर से काम करने, स्वास्थ्य-केंद्रित जीवनशैली और सुंदर स्थानों की चाहत के कारण इस सेक्टर में मांग में उछाल आया है।
तिरस्या एस्टेट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रवींद्र गांधी कहते हैं गोवा का दूसरा घर बाजार अपने आकर्षण के कारण फल-फूल रहा है, लेकिन साउथ गोवा अभी उतना नहीं बढ़ा है।
360 रियलटर्स की रिपोर्ट में गोवा के नेतृत्व को उजागर करते हुए यह स्पष्ट है कि साउथ गोवा तेजी से एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है और स्मॉल मार्केट में समझदार खरीदारों को आकर्षित कर रहा है।