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‘अमन गुप्ता शॉर्क टैंक में अपने नजरिए को बदलो…’ क्यों भड़के पीयूष गोयल - देखें VIDEO

बिजनेस पर आधारित शो शार्क टैंक इंडिया में बतौर इंवेस्टर रहे boAt के फाउंडर अमन गुप्ता का नाम लेते हुए कहा कि अमन गुप्ता शॉर्क टैंक में अपने नजरिए को बदलो।

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Piyush Goyal on Indian Startups: आज स्टॉर्टअप महाकुंभ में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम की दिशा और फोकस पर कई गंभीर सवाल उठाए हैं। 

गोयल ने कहा कि आज कई भारतीय स्टार्टअप फूड डिलीवरी, सट्टेबाजी और फैंटेसी स्पोर्ट्स पर फोकस कर रहे हैं, वहीं चीनी स्टार्टअप इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी तकनीक, सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहे हैं।

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बिजनेस पर आधारित शो शार्क टैंक इंडिया में बतौर इंवेस्टर रहे boAt के फाउंडर अमन गुप्ता का नाम लेते हुए कहा कि अमन गुप्ता शॉर्क टैंक में अपने नजरिए को बदलो। 

नजरिया बदले का मतलब पीयूष गोयल ने कहा कि इंवेस्टर्स को शॉर्ट-टर्म डिलीवरी सर्विस से हाई-टेक इंडस्ट्री की ओर जाना चाहिए। उन्होंने सीधे तौर पर अमन गुप्ता का जिक्र किया और उनसे अपना नजरिया बदलने के लिए कहा।

देखें वीडियो- 

 

पीयूष गोयल ने तो यहां तक ​​सवाल उठाया कि स्टार्टअप्स मुख्य रूप से क्विक डिलीवरी सर्विस और कम कीमत वाले प्रोडक्ट पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने कहा "क्या हम डिलीवरी बॉय और गर्ल्स बनकर खुश रहेंगे... क्या यही भारत की नियति है... यह स्टार्टअप नहीं है, यह उद्यमिता है... दूसरी तरफ क्या हो रहा है - रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, 3डी मैन्युफैक्चरिंग और अगली पीढ़ी की फैक्ट्रियां।"

क्या सिर्फ चिप्स और आइसक्रीम ही बनाना है - पीयूष गोयल

इसके अलावा, उन्होंने शार्क और अन्य उद्यमियों से ऐसे बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा जो तकनीक, इनोवेशन और भविष्य के लिए सही हैं। उसी के बारे में बात करते हुए, उन्होंने उद्यमी से पूछा कि क्या हमेशा चिप्स या आइसक्रीम ब्रांड बनाना और इनोवेशन और प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करना जरूरी है। 

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कैसे बिजनेस के रूप में प्रौद्योगिकी और इनोवेशन देश के भविष्य को आकार दे सकते हैं, और सभी उद्यमियों के लिए इसके बारे में समझदारी से सोचना महत्वपूर्ण है।

भारतीय स्टॉर्टअप में भारतीय इंवेस्टर अधिक हो विदेशी नहीं - पीयूष गोयल

गोयल ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को विदेशी फंडिंग के बजाय घरेलू निवेशकों पर अधिक निर्भर रहना चाहिए। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि लॉन्ग टर्म आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय पूंजी का मजबूत आधार महत्वपूर्ण है। उन्होंने आत्मनिर्भर और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय निवेशकों से अधिक भागीदारी का भी आग्रह किया।