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₹23 लाख में गोल्डन वीजा? दुबई ने वायरल दावे को बताया 'झूठ और भ्रम' - DETAILS

दुबई के टॉप इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और अधिकारियों ने इस दावे को “भ्रामक और बिना आधार” बताया है। हाल ही में यह चर्चा तेज हुई थी कि भारतीय और बांग्लादेशी नागरिकों के लिए यूएई एक नया “नॉमिनेशन-बेस्ड” गोल्डन वीजा कार्यक्रम चला रहा है, जिसकी कीमत ₹4 करोड़ से घटाकर सिर्फ ₹23 लाख कर दी गई है।

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UAE Golden Visa: भारतीय सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर कि सिर्फ ₹23 लाख में यूएई का गोल्डन वीजा मिल रहा है, अब झूठी साबित होती दिख रही है। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुबई के टॉप इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और अधिकारियों ने इस दावे को “भ्रामक और बिना आधार” बताया है।

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हाल ही में यह चर्चा तेज हुई थी कि भारतीय और बांग्लादेशी नागरिकों के लिए यूएई एक नया “नॉमिनेशन-बेस्ड” गोल्डन वीजा कार्यक्रम चला रहा है, जिसकी कीमत ₹4 करोड़ से घटाकर सिर्फ ₹23 लाख कर दी गई है। लेकिन जमीनी हकीकत इससे मेल नहीं खाती।

ECH ग्रुप के पूर्व CEO इकबाल मारकोनी ने जब यूएई के जनरल डायरेक्टरेट ऑफ रेजिडेंसी एंड फॉरेनर्स अफेयर्स (GDRFA) से बात की तो उन्हें ऐसा कोई कार्यक्रम अस्तित्व में होने की पुष्टि नहीं मिली। उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है, इसलिए यह गलत है।

मुंबई के एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि ऐसा नॉमिनेशन सिस्टम पहले से मौजूद है, लेकिन यह कोई नई योजना नहीं है और न ही इसकी शर्तों में कोई बदलाव हुआ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसे वीजा दुर्लभ होते हैं और पूरी तरह सरकारी विवेकाधिकार पर निर्भर करते हैं।

रियल एस्टेट आधारित गोल्डन वीजा की बात करें, तो इसके लिए अभी भी कम से कम AED 2 मिलियन (लगभग ₹4.66 करोड़) का निवेश जरूरी है। यदि ₹23 लाख में वीजा सचमुच उपलब्ध होता, तो दुबई का संपत्ति बाजार पूरी तरह असंतुलित हो जाता - जहां भारतीय निवेशक हर साल लगभग 8% ट्रांजैक्शन करते हैं। एक दुबई रियल एस्टेट एक्सपर्ट ने कहा कि ₹23 लाख का विकल्प पूरे प्राइसिंग ढांचे को हिला देगा।

यूएई सरकार की ओर से अब तक न तो कोई आधिकारिक घोषणा की गई है, और न ही Emirates News Agency जैसी अधिकृत माध्यमों में इसका कोई जिक्र है। एक यूएई अधिकारी ने ऑफ रिकॉर्ड बताया कि गोल्डन वीजा बिक्री के लिए नहीं होते। सभी नॉमिनेशन कठोर जांच से गुजरते हैं और अंतिम निर्णय केवल सरकार के पास होता है।

इसलिए अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कोई नई नीति वाकई आ रही है या यह चर्चा सिर्फ एक अफवाह थी जो समय से पहले उड़ गई।