AI से बन रहा नकली Aadhaar Card? जानिए कैसे पहचानें फर्जी आधार कार्ड
FakeAadhaar Card: आज के समय में लोग AI की मदद से नकली आधार कार्ड बना लेते हैं। इन कार्ड के जरिये कई जालसाज किये जा सकते हैं। हम आपको आर्टिकल में बताएंगे कि आप असली-नकली आधार कार्ड कैसे चेक कर सकते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से हर सेक्टर में अपनी जगह बना रहा है। लेकिन अब इसके दुरुपयोग के मामले भी सामने आने लगे हैं। Fake Aadhaar Card बनाना अब AI टूल्स के जरिए आसान हो गया है, जिससे साइबर सिक्योरिटी और लोगों की पहचान की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में एक LinkedIn यूजर ने दावा किया कि उसने ChatGPT की मदद से नकली आधार कार्ड बना लिया।
आधार कार्ड की अहमियत क्या है?
Aadhaar Card भारत सरकार की ओर से जारी 12 अंकों की यूनिक आईडी होती है, जो नागरिक की पहचान और निवास का प्रमाण मानी जाती है। यह कार्ड न केवल आपकी पहचान बताता है बल्कि बैंक अकाउंट ओपन, मोबाइल सिम लेने या फिर पासपोर्ट बनवाने में भी इस्तेमाल होता है।
इसमें आपका बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक डेटा होता है। इसलिए इसका दुरुपयोग होना बेहद गंभीर विषय है।
कैसे करें नकली और असली आधार की पहचान? (How to Identify Fake Aadhaar Card)
अब सवाल उठता है कि अगर AI tools से बना Aadhaar Card बिल्कुल असली जैसा दिखता है, तो इसे पहचानें कैसे? इसके लिए कुछ आसान लेकिन अहम बातें जाननी जरूरी हैं:
(1) असली आधार कार्ड में हिंदी और अंग्रेजी दोनों में नाम, जन्मतिथि और एड्रेस की स्पेलिंग व अलाइनमेंट बिल्कुल सही होती है। वहीं, नकली कार्ड में अक्षर टेढ़े-मेढ़े, फॉन्ट अलग या खराब क्वालिटी में प्रिंट होते हैं। यहां तक कि फेक आधार कार्ड में फोटो अक्सर धुंधली या किसी और व्यक्ति की होती है।
(2) हर असली आधार कार्ड में एक QR कोड होता है जिसे स्कैन करके आधार की वैधता जानी जा सकती है। इसके लिए आप किसी भी QR स्कैनर ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर QR कोड असली है तो UIDAI की असली डिटेल्स सामने आएंगी। वहीं, नकली QR कोड स्कैन करने पर या तो कोई जानकारी नहीं मिलेगी या फिर फर्जी लिंक खुलेगा।
(3) आप UIDAI की वेबसाइट पर जाकर भी आधार नंबर से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको UIDAI की वेबसाइट पर जाकर 12 अंकों का आधार नंबर और कैप्चा डालना है। अगर आधार असली है तो “Aadhaar Verification Completed” का मैसेज आएगा
(4) VID (Virtual ID) एक 16 अंकों की अस्थायी आईडी होती है, जिसे केवल आधार धारक ही जनरेट कर सकता है। यह आपकी असली पहचान से जुड़ी होती है और सुरक्षित होती है। इसका उपयोग पहचान को छुपाकर सर्विस के लिए किया जा सकता है।
हमेशा सतर्क रहें
अगर आपके नाम से कोई नकली आधार कार्ड बनाया गया है और उसका गलत इस्तेमाल हुआ, तो सबसे पहले आप ही शक के घेरे में आएंगे। इसलिए समय-समय पर अपना आधार वेरिफाई करना, अपने आधार से जुड़ी सर्विस पर नजर रखना और किसी को भी इसकी फोटोकॉपी देने से पहले सोच-विचार करना बहुत जरूरी है।