इंटरनेट यूजर्स में बूम! Wi-Fi टेक्नोलॉजी कैसे बना रही है भारत को डिजिटल सुपरपावर
आज इंटरनेट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। भारत में इंटरनेट यूजर्स (Internet Users in India) की संख्या हर साल बढ़ती है। यह दिखाता है कि कैसे Wi-Fi टेक्नोलॉजी भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है।

आज इंटरनेट हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। भारत में इंटरनेट यूजर्स (Internet Users in India) की संख्या 900 मिलियन से ज्यादा हो गई है, जो 2021 में सिर्फ 46.31% थी। अब यह बढ़कर 52.4% हो चुकी है। यह दिखाता है कि कैसे Wi-Fi टेक्नोलॉजी भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत कर रही है।
Wi-Fi 7: सुपरफास्ट इंटरनेट का नया दौर
ACT Fibernet के CMO रवि कार्तिक ने बताया कि साल 2024 में Wi-Fi 7 ने इंटरनेट स्पीड और नेटवर्क क्वालिटी को एक नई ऊंचाई दी है। यह तकनीक 46 Gbps तक की हाई स्पीड और कम लेटेंसी के साथ बेहतरीन नेटवर्क परफॉर्मेंस देती है। इसके साथ, TRAI (Telecom Regulatory Authority of India) ने "Rating of Properties for Digital Connectivity Regulations, 2024" जारी किया है, जिससे डिजिटल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाया जा सके।
सरकारी योजनाओं में Wi-Fi की अहम भूमिका
Wi-Fi टेक्नोलॉजी की मदद से सरकार डिजिटल सर्विस को गांवों और शहरों तक पहुंचा रही है। PM-WANI और भारतनेट (PM-WANI & BharatNet) जैसी स्कीम के जरिए किफायती पब्लिक Wi-Fi (Public Wi-Fi) की सुविधा दी जा रही है।
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स (Smart City Projects) में Wi-Fi के जरिए IoT सॉल्यूशंस (IoT Solutions) लागू किए जा रहे हैं, जिससे ट्रैफिक मैनेजमेंट और सिक्योरिटी में सुधार हो रहा है। हैदराबाद (Hyderabad) में Hy-Fi और चेन्नई में पब्लिक Wi-Fi हॉटस्पॉट्स लगाए गए हैं।
गांवों में ई-लर्निंग (E-learning) और टेलीमेडिसिन (Telemedicine Services) को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों और हेल्थ सेंटर्स में हाई-स्पीड इंटरनेट उपलब्ध कराया जा रहा है। डिजिटल पेमेंट्स (Digital Payments) और ई-गवर्नेंस (E-Governance Platforms) को बढ़ावा मिल रहा है, जिससे सरकारी सेवाएं ऑनलाइन हो रही हैं।
शिक्षा क्षेत्र में Wi-Fi की ताकत
Wi-Fi के जरिए शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आ रहा है। सरकारी स्कूलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी (Internet Connectivity in Schools) 2017-18 में 5.5% थी, जो 2021-22 में बढ़कर 24.2% हो गई है।
केरल और गुजरात (Kerala & Gujarat) में 94% से अधिक सरकारी स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है। वहीं, बिहार और ओडिशा (Bihar & Odisha) में यह आंकड़ा अभी भी 10% से कम है। Wi-Fi के जरिए छात्र ऑनलाइन लर्निंग (Online Learning) और डिजिटल क्लासरूम (Digital Classrooms) का लाभ उठा रहे हैं।
MSMEs के लिए Wi-Fi से नए अवसर
छोटे और मध्यम व्यवसायों (MSMEs - Micro, Small, and Medium Enterprises) को Wi-Fi ने डिजिटल रूप से मजबूत बनाया है। अब वे ऑनलाइन अपनी पहुंच बढ़ाकर ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच पा रहे हैं।
क्लाउड-आधारित टूल्स (Cloud-based tools) के माध्यम से बिजनेस ऑपरेशंस को आसान और किफायती बनाया जा रहा है। PM-WANI (PM-WANI Initiative) से छोटे बिजनेस पब्लिक डेटा ऑफिस (PDOs - Public Data Offices) बनकर इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर का काम कर सकते हैं और एक्स्ट्रा इनकम कमा सकते हैं।
ई-कॉमर्स (E-commerce) और सोशल मीडिया मार्केटिंग (Social Media Marketing) के जरिए MSMEs अब वैश्विक ग्राहकों तक पहुंच बना रहे हैं।
डिजिटल भविष्य की ओर भारत की तेज रफ्तार
भारत में डिजिटल क्रांति तेजी से आगे बढ़ रही है। Wi-Fi 7, IoT (Internet of Things) और Mesh नेटवर्क (Mesh Networks) जैसी नई तकनीकें इस बदलाव को और रफ्तार दे रही हैं।
कोविड-19 (COVID-19 Pandemic) के बाद डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। डिजिटल GDP (Digital GDP Growth) अब तेजी से बढ़ रही है। स्टार्टअप्स और टेक्नोलॉजी इनोवेशन भारत को डिजिटल इंडिया (Digital India) के विजन की ओर ले जा रहे हैं।