
Musk ने बनाई AI की तिलिस्मी दुनिया
एलन मस्क ने आर्टिफिशियल की दुनिया में कुछ ऐसा किया है, जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियां टेंशन में आ गई हैं। टेस्ला, स्पेसएक्स के CEO और ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने अपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी xAI को लॉन्च कर दिया है। इसके साथ ही मस्क ने कहा कि इससे हम ब्रह्मांड की वास्तविक प्रकृति समझने की कोशिश करेंगे।

दुनिया के सबसे अमीर शख्स Elon Musk को करीबी से जानने वाले कहते हैं कि उनकी दुनिया तिलिस्मी है। जहां साइंस एंड टेक्नोलॉजी के जरिए ऐसी-ऐसी संभावनाएं तलाशी जाती है, जिसकी कोई उम्मीद भी नहीं कर सकता है। इसकी तस्दीक खुद एलन मस्क का वो बयान करता है जिसमें उन्होंने इंसानी दिमाग से कंप्यूटर और मोबाइल को कंट्रोल करने की बात कही थी, यहां तक उनकी कंपनी को पहले ह्यूमन ट्रायल की मंजूरी भी मिली। लेकिन अब एलन मस्क ने आर्टिफिशियल की दुनिया में कुछ ऐसा किया है, जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियां टेंशन में आ गई हैं।
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एलन मस्क ने इस कंपनी के लिए दुनिया के बेहतरीन 12 एक्सपर्ट्स चुने हैं। जो डीपमाइंड, ओपनएआई, गूगल रिसर्च, माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च और टेस्ला में काम कर चुके लोग हैं। इन टीम मेंबर्स ने डीपमाइंड के अल्फाकोड और ओपनएआई के जीपीटी-3.5 और जीपीटी-4 चैटबॉट जैसे प्रोजेक्ट पर काम किया है। मस्क इस टीम को लीड करेंगे। नई कंपनी मस्क की X Corp से अलग है, लेकिन ये नई कंपनी ट्विटर, टेस्ला और दूसरी कंपनियों के साथ मिलकर काम करेगी।

इतना ही नहीं इस स्टार्टअप में University of Toronto के पूर्व शोधकर्ता भी शामिल हैं। कंपनी को डैन हेंड्रिक्स सलाह देंगे, जो वर्तमान में सैन फ्रांसिस्को स्थित संगठन सेंटर फॉर AI सेफ्टी का नेतृत्व करते हैं. हेंड्रिक्स ने ही जून में ग्लोबल लीडर्स को ओपन लेटर लिख कर चेताया था कि AI, महामारी और परमाणु युद्ध की तरह मानव अस्तित्व के लिए खतरा है। अगर आप सोच रहे हैं कि मस्क बिना किसी तजुर्बे के आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की लड़ाई में कूद गए हैं तो आपकी ये गलतफहमी है। मस्क पहले भी एक मेजर AI ऑर्गेनाइजेशन का हिस्सा रहे हैं। वो ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के लॉन्चिंग टीम में शामिल थे। दिसंबर 2015 में सैम ऑल्टमैन, ग्रेग ब्रॉकमैन, इल्या सुतस्केवर, जॉन शुलमैन और वोज्शिएक जरेम्बा के साथ मस्क ने OpenAI की स्थापना की थी। हालांकि टेस्ला के साथ हितों के टकराव से बचने के लिए उन्होंने 2018 में इसे छोड़ दिया था।
मौजूदा वक्त में दुनिया में दो सबसे बड़ी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनियां हैं। जिसमें OpenAI की ChatGPT और गूगल का बार्ड है। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में मस्क आर्टिफिशियल की दुनिया इन कंपनियों को कैसे पछाड़ती है।
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