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मोबाइल से बनाएं AI कंटेंट वीडियो और हर महीने कमाए 1-3 लाख रुपये - जानिए कैसे?

डिजिटल कंटेंट बनाने के लिए अब प्रोफेशनल कैमरा, एडिटिंग टीम या भारी-भरकम सेटअप की भी जरूरत नहीं पड़ती है आप सिर्फ एक स्मार्टफोन और कुछ एआई आधारित ऐप्स के जरिए कंटेंट बना सकते हैं और लाखों कमा सकते हैं। 

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आजकल मोबाइल के जरिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टेक्नोलॉजी की मदद से डिजिटल कंटेंट बनाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में आप भी रील देखने में समय बर्बाद करने से अच्छा है कि AI का सही उपयोग करके पैसे कमाएं।

डिजिटल कंटेंट बनाने के लिए अब प्रोफेशनल कैमरा, एडिटिंग टीम या भारी-भरकम सेटअप की भी जरूरत नहीं पड़ती है आप सिर्फ एक स्मार्टफोन और कुछ एआई आधारित ऐप्स के जरिए कंटेंट बना सकते हैं और लाखों कमा सकते हैं। 

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ऐसे बनाएं वीडियो

YouTube Shorts, Instagram Reels इत्यादि जैसे प्लेटफॉर्म्स पर शॉर्ट वीडियो कंटेंट की मांग बढ़ती जा रही है। इसी के चलते कंटेंट क्रिएटर्स अब मोबाइल पर चलने वाले AI टूल्स जैसे Zebracat, Filmora Go, CapCut और Invideo AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो टेक्स्ट से वीडियो, वॉयस ओवर और एडिटिंग जैसे फीचर्स एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराते हैं।

इन टूल्स की मदद से यूजर्स महज कुछ मिनटों में स्क्रिप्ट तैयार कर, AI अवतार और आवाज के साथ प्रोफेशनल वीडियो बना सकते हैं। ये वीडियो टेक टिप्स, प्रेरणादायक कोट्स, और वायरल ट्रेंड्स जैसे विषयों पर बनाए जा रहे हैं।

एक्सपर्ट की राय

डिजिटल मार्केटिंग एनालिस्ट का मानना है कि इस ट्रेंड ने कंटेंट निर्माण को और बढ़ावा दिया है। अब किसी भी व्यक्ति के पास स्मार्टफोन हो, तो वह डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर अपनी उपस्थिति बना सकता है और शॉर्ट्स फंड्स, ब्रांड डील्स, अफिलिएट लिंक और विज्ञापन से कमाई कर सकता है।

हर महीने 1-3 लाख रुपये तक कमा सकते हैं

विशेषज्ञों के अनुसार, सही कंटेंट रणनीति, नियमितता और ट्रेंडिंग विषयों की समझ रखने वाले क्रिएटर्स के लिए प्रति माह ₹1 लाख से ₹3 लाख तक की कमाई करना संभव हो गया है।

टेक्नोलॉजी के इस दौर में मोबाइल से एआई वीडियो बनाना केवल ट्रेंड नहीं, बल्कि एक संभावनाओं भरा डिजिटल करियर बनता जा रहा है।

डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट की कंपीटिशन तेज हो चुकी है, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित टूल्स ने नए और छोटे क्रिएटर्स को भी मौके दिए हैं।

सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान और इंटरनेट की पहुंच में तेजी से विस्तार के बीच यह ट्रेंड खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों के युवाओं को बड़ा अवसर दे रहा है। वे न केवल अपनी प्रतिभा दिखा पा रहे हैं, बल्कि डिजिटल इनकम का एक स्थिर स्रोत भी बना रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह सेक्टर फ्रीलांसिंग, ब्रांड मार्केटिंग और स्किल-बेस्ड कंटेंट निर्माण के लिए एक नया इकोसिस्टम तैयार करेगा।