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Adani ने दोस्त के एहसान का बदला चुकाया !

अक्सर कहा जाता है कि बुरे वक्त में जो आपका साथ देता है वो ही आपका असली साथी होता है। हिंडनबर्ग के हमले के बाद गौतम अडानी पर चौतरफा परेशानी आई थी। जिसके बाद एक के बाद एक साथियों उनका साथ छोड़ दिया था। तब एक शख्स थे। जिन्होंने गौतम अडानी का हाथ थामा वो थे GQG के राजीव जैन। इन्होंने चार महीने पहले अडानी ग्रुप पर दांव लगाया था। अब जो रिटर्न ग्लोबल इंवेस्टमेंट फर्म को मिल रहा है, उसे देखकर अच्छे-अच्छे निवेशक हैरान हैं। इतना ही नहीं GQG पार्टनर्स ने पिछले कुछ महीनों में अडानी ग्रुप के शेयरों पर अपना दांव दोगुना कर दिया है।