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100 रुपए से भी सस्ते इस मल्टीबैगर स्टॉक पर अचानक निवेशक क्यों टूट पड़े?

ये स्टॉक करीब 7 प्रतिशत उछला और करीब 57 रुपए पर ट्रेड करता हुआ दिखा। अब ऐसे में समझने की जरूरत है स्टॉक क्यों भागा?

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कंपनी को ज्यादातर काम सरकारी या राज्य सरकारों के जरिए हासिल होता है।
कंपनी को ज्यादातर काम सरकारी या राज्य सरकारों के जरिए हासिल होता है।

पिछले एक साल में फ्लैट रिटर्न, 6 महीने में करीब 16% और एक महीने में 6% नेगेटिव रिटर्न दे चुका है। अब अचानक से स्टॉक में बंपर  तेजी लौटी है। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक करीब 7 प्रतिशत उछला और करीब 57 रुपए पर ट्रेड करता हुआ दिखा। अब ऐसे में समझने की जरूरत है स्टॉक क्यों भागा?
  
क्यों भागा पटेल इंजीनियरिंग?

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 दरअसल मल्टीबैगर रेलवे स्टॉक रेल विकास निगम (RVNL) के साथ MoU साइन करते ही पटेल इंजीनियरिंग के स्टॉक में बंपर खरीदारी आ गई। रेल विकास निगम ने जानकारी दी कि पटेल इंजीनियरिंग के साथ एक MoU साइन किया है। दोनों कंपनियां मिलकर हाइड्रो और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को भारत और विदेश में जाकर काम करेंगी। इन दोनों कंपनियों ने ये भी बताया कि अपनी-अपनी क्षमताओं के आधार पर अलग-अलग प्रोजेक्ट्स को भी मिलकर पूरा किया जाएगा। इस MoU के बाद रेल विकास निगम के शेयरों की कीमतों में करीब 2 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखने को मिली है।

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क्या है बिजनेस मॉडल?

अगर कंपनी के बिजनेस मॉडल की बात की जाए तो इसकी स्थापन 1949 में हुई थी। कंपनी की हाइड्रो पावर, इरीगेशन, टनल्स और अंडग्राउंड काम करने में एक्सपर्टीज है। पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड ने फिलहाल तक 85 डैम्स, 40 हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट्स और 300 किलोमीटर का टनल यानि सुरंग बना चुकी है। कंपनी को ज्यादातर ये  काम सरकारी या राज्य सरकारों के जरिए हासिल हुआ है।

कंपनी के फंडामेंटल

पटेल इंजीनियरिंग की मार्केट कैप ₹4,813 करोड़ है। ऑलटाइम हाई ₹79 के आसपास है। प्रमोटर्स की होल्डिंग 36.11% है जबकि विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी 3.68% और घरेलू निवेशकों की 6.22% है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।