Paytm shares में क्यों आया गिरावट का तूफान?
एक के बाद एक ऐसी खबरें आ रही हैं जिसके चलते निवेशकों के सेंटीमेंट्स काफी कमजोर होते जा रहे हैं। मीडिया में रिपोर्ट्स हैं कि डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा को मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

पेटीएम और विजय शेखर शर्मा की परेशानियां खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। एक के बाद एक ऐसी खबरें आ रही हैं जिसके चलते निवेशकों के सेंटीमेंट्स काफी कमजोर होते जा रहे हैं। मीडिया में रिपोर्ट्स हैं कि डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा को मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस खबर पर चलते स्टॉक में इंट्रा डे के दौरान 9 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। हालांकि बाद में इसमें कुछ सुधार हुआ और यह 4.25% की गिरावट के साथ 530 रुपये पर बंद हुआ। आइये समझते हैं, क्या है पूरा मामला?
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मार्केट रेगुलेटर SEBI ने पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा और 2021 में बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को कारण बताओ नोटिस भेजा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विजय शेखर शर्मा को कंपनी के IPO के बारे में तथ्यों को गलत ढंग से पेश करने के आरोप में ये नोटिस थमाया गया है। विजय शेख शर्मा के साथ-साथ उन लोगों को भी नोटिस मिला है जो IPO के समय कंपनी के बोर्ड में शामिल थे। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड का IPO नवंबर 2021 में आया था। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि नवंबर 2021 में पेटीएम के IPO के दौरान प्रोमोटर्स से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने की वजह से मार्केट रेगुलेटर ने ये नोटिस भेजा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम के मामले में, आईपीओ से पहले संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी VSS होल्डिंग्स ट्रस्ट को ट्रांसफर कर दी थी, जिससे उनकी हिस्सेदारी 14.6 प्रतिशत से घटकर 9.6 प्रतिशत हो गई, जो 10 प्रतिशत की सीमा से थोड़ा कम थी। इसके बावजूद, शर्मा ने बोर्ड में अपनी स्थिति और मैनेजमेंट भूमिका के जरिए महत्वपूर्ण नियंत्रण बनाए रखा।
SEBI का ये नोटिस विजय शेखर शर्मा की ओर से IPO की प्रक्रिया के दौरान प्रोमोटर क्लासिफिकेशन नियमों का अनुपालन नहीं करने को लेकर भेजा गया है। IPO के दौरान प्रोमोटर्स के तौर पर लिस्टेड नहीं थे, बल्कि पेटीएम के बोर्ड में वो नॉन-रिटायरिंग डायरेक्टर के तौर पर थे।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि सेबी का नोटिस इस बात पर केंद्रित है कि विजय शेखर शर्मा को कंपनी का प्रमोटर बताया जाना चाहिए था और यह बोर्ड के सदस्यों की ड्यूटी थी कि वो विजय शेखर शर्मा के दावों को वेरिफाई करते। सेबी ने पेटीएम के IPO के तीन साल बाद उसके खिलाफ एक्शन लिया है।
एक प्रॉक्सी कंसल्टेंसी फर्म ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस में विजय शेखर शर्मा की हिस्सेदारी के साथ साथ IPO से पहले कंपनी की ओर से उन्हें दिए गए ESOPs पर सवाल उठाए थे. स्टॉक एक्सचेंज डिस्क्लोजर के मुताबिक विजय शेखर शर्मा वन97 कम्यूनिकेशंस के फाउंडर और CEO हैं, लेकिन प्रोमोटर के तौर पर क्लासिफाइड नहीं हैं.
इससे पहले, जनवरी में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए जमा लेने से रोक दिया था। आरबीआई ने कहा था कि बैंक में लगातार नियमों का पालन नहीं हो रहा था और निगरानी संबंधी गंभीर चिंताएं थीं, जिसके कारण यह कदम उठाना पड़ा।.