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इस PSU Share ने दिया 10 साल का BreakOut! आगे तेजी जारी रहेगी?

IFCI को RBI के CRR या SLR के जरिए से कम लागत वाले फंड तक पहुंच दी गई है। इसके जरिए ये उधार लेने वाले कॉर्पोरेट को रियायती दरों पर कर्ज देती है। बड़ी परियोजनाएं जैसे GMR गोवा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट, सालासर हाईवेज, NRSS ट्रांसमिशन, रायचूर पावर कारपोरेशन जैसी कुछ परियोजनाओं की स्थापना के लिए IFCI के जरिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराई गई है।

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पिछले 5 दिनों में IFCI LTD स्टॉक 20% भाग चुका है
पिछले 5 दिनों में IFCI LTD स्टॉक 20% भाग चुका है

पिछले कुछ दिनों से एक सरकारी स्टॉक काफी चर्चा में बना हुआ है। ये स्टॉक करीब 80 रुपए के आसपास ट्रेड कर रहा है। पिछले कुछ दिनों से इसमें बंपर तेजी देखने को मिल रही है। हम यहां पर बात कर रहे हैं IFCI LTD की।  पिछले 5 दिनों में ये स्टॉक 20% भाग चुका है। 6 महीने में 46 रुपए बढ़ चुका है स्टॉक, प्रतिशत के हिसाब से देखें तो 142% तेजी रही है। लेकिन यहां पर ये भी बात है कि ये स्टॉक ज्यादातर बजट के दौरान ही हरकत में रहता है। तो यहां मार्केट एक्सपर्ट के जरिए समझते हैं कि क्या इस स्टॉक में तेजी आगे भी जारी रहेगी? क्या इसके नए टारगेट हो सकते हैं?

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तो सबसे पहले जान लेते हैं कि IFCI करती क्या है?

Industrial Finance Corporation of India कहा जाता है। ये कंपनी Ministry of Finance के तहत आती है। ये एक सरकारी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंटीट्यूशन है। ये कंपनी भारत में इंडस्ट्रीयल प्रोजेक्ट्स के लिए लॉन्ग टर्म वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए की गई थी। IFCI, एयरपोर्ट्स, रोड्य, टेलीकम्यूनिकेशन, पावर, रियल एस्टेट, मैन्युफैक्चरिंग, और सर्विस सेक्टर सहित इंडस्ट्रीज को सपोर्ट करती है। 

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कम लागत वाले फंड

IFCI को RBI के CRR या SLR के जरिए से कम लागत वाले फंड तक पहुंच दी गई है। इसके जरिए ये उधार लेने वाले कॉर्पोरेट को रियायती दरों पर कर्ज देती है। बड़ी परियोजनाएं जैसे GMR गोवा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट, सालासर हाईवेज, NRSS ट्रांसमिशन, रायचूर पावर कारपोरेशन जैसी कुछ परियोजनाओं की स्थापना के लिए IFCI के जरिए वित्तीय मदद उपलब्ध कराई गई है।  

क्वार्टर 4 के नंबर्स

अगर आप इसके क्वार्टर 4 के नंबर्स देखें तो इसने मजबूत प्रदर्शन किया है। क्वार्टर 4 में कंपनी की शुद्ध बिक्री में 46% की बढ़ोतरी हुई है। जहां वित्त वर्ष 2023 के चौथे क्वार्टर में कंपनी का नेट लॉस 241 करोड़ था वो वित्त वर्ष 2024 के चौथे क्वार्टर में नेट प्रॉफिट 157 करोड़ पर पहुंच गया है। आपको एक जरूरी बात बता दें कि कंपनी पिछले 5 वित्त वर्ष से कंपनी घाटे में चल रही थी। 

मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह

स्टॉक की आगे की चाल समझने के लिए बिजनेस टुडे बाजार ने बात की मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह से। उनका कहना है कि इस स्टॉक में 10 साल का ब्रेकआउट देखने को मिल रहा है। वीकली चार्ट के हिसाब से देखें तो हायर टॉप हायर बॉटम बनते हुए दिख रहा है। लॉन्ग टर्म के हिसाब से देखें तो स्टॉक 150 रुपए के लेवल को टच कर सकता है। तो वहीं बजट के बाद 95 रुपए के लेवल देखने को मिल सकते हैं। 66 रुपए का स्टॉप लॉस लगाने की भी सलाह है।  

सरकार की हिस्सेदारी

इस कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी करीब 70%  है। वहीं LIC के पास अप्रैल 2024 तक इसकी 1.86% की हिस्सेदारी है। इस साल अब तक कंपनी के शेयर 140 फीसदी भाग चुके हैं। पिछले एक साल में इसके निवेशकों को 443 फीसदी का तगड़ा रिटर्न मिला है

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Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।