शेयर है या जादू! गिरते बाजार में 6 दिनों में पैसा डबल
एक ऐसा स्टॉक जिसने गिरते बाजार में भी महज 6 दिनों में 100 प्रतिशत यानि पैसा डबल करके दिखा दिया। इंट्रा डे के दौरान इस शेयर में जबरदस्त वॉल्यूम देखने को मिला और लगातार अपर सर्किट का सिलसिला जारी रहा।

एक ऐसा स्टॉक जिसने गिरते बाजार में भी महज 6 दिनों में 100 प्रतिशत यानि पैसा डबल करके दिखा दिया। इंट्रा डे के दौरान इस शेयर में जबरदस्त वॉल्यूम देखने को मिला और लगातार अपर सर्किट का सिलसिला जारी रहा।
इस इफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (ITeS) सर्विस कंपनी का नाम Tera Software Ltd है। 5 नवंबर को इस स्टॉक का भाव 76.72 प्रति शेयर के भाव पर था। जो महज 6 दिनों में 102 प्रतिशत बढ़कर करीब 163 रुपए पर आ गया। इसके साथ ही, NSE और BSE दोनों एक्सचेंजों पर शेयर का ट्रेडिंग वॉल्यूम तीन गुना तक बढ़ गया, और दोपहर तक 29 लाख से अधिक शेयरों का लेनदेन हुआ।
तेजी का कारण
टेरा सॉफ्टवेयर में यह तेजी ITI के साथ भारतनेट फेज-3 प्रोजेक्ट में तीन पैकेजों के लिए सबसे कम बोलीदाता (L1) बनने के बाद देखी गई। यह प्रोजेक्ट लगभग 3,022 करोड़ रुपये का है, जिसमें कंपनी ने हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार में भारतनेट परियोजना के तहत ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी के विकास का ठेका हासिल किया है।
टेरा सॉफ्टवेयर भारतनेट प्रोजेक्ट में पहले से ही सक्रिय है। कंपनी ने फेज-1 में आंध्र प्रदेश और फेज-2 में ओडिशा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। अब फेज-3 के तहत नए राज्यों में भी यह कंपनी सक्रिय रूप से काम करेगी। भारतनेट परियोजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों और गांवों को 100 Mbps की गति से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है। यह प्रोजेक्ट भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का हिस्सा है और इसका फंडिंग Universal Service Obligation Fund के तहत की जा रही है।
सरकार के जरिए बजट का प्रावधान
वित्त वर्ष 2024-25 में केंद्र सरकार ने भारतनेट परियोजना के लिए 8,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए आवश्यक दूरसंचार ढांचे का विकास किया जा सके। इससे टेरा सॉफ्टवेयर के लिए नए इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण और मेंटेनेंस सेवाओं के अवसर खुलने की उम्मीद है, जिससे कंपनी की रेवेन्यू में बढ़ोतरी की संभावनाएं बन रही हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।