19 जून को लिस्ट होगा Siemens Energy India का शेयर, जेफरिज से जानिए क्या हो सकती है लिस्टिंग प्राइस और टारगेट
विदेशी ब्रोकरेज जेफरीज के मुताबिक, लिस्टिंग के साथ ही SEIL भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड 'प्योर-प्ले' पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन (T&D) इक्विपमेंट कंपनी बन सकती है, जिसका मार्केट कैप $10 बिलियन से अधिक हो सकता है।

Siemens Energy India Expected Listing Price: सीमेंस लिमिटेड (Siemens Ltd) से हाल ही में अलग हुई कंपनी, सीमेंस एनर्जी इंडिया लिमिटेड (SEIL), गुरुवार 19 जून को शेयर बाजार में लिस्ट होने जा रही है। विदेशी ब्रोकरेज जेफरीज के मुताबिक, लिस्टिंग के साथ ही SEIL भारत की सबसे बड़ी लिस्टेड 'प्योर-प्ले' पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन (T&D) इक्विपमेंट कंपनी बन सकती है, जिसका मार्केट कैप $10 बिलियन से अधिक हो सकता है।
Siemens Energy India Expected Listing Price and Target
जेफरीज ने SEIL के लिए FY24-27 के दौरान मजबूत T&D पाइपलाइन और ऑपरेटिंग लीवरेज के कारण 40% EPS CAGR का अनुमान जताया है। ब्रोकरेज का मानना है कि ₹3,000 का टारगेट प्राइस एक अच्छा अपसाइट है।
ब्रोकरेज ने कहा कि सीमेंस एनर्जी को बिजली ट्रांसमिशन पर 100 बिलियन डॉलर से अधिक की योजनाबद्ध खर्च से बहुत लाभ होने की उम्मीद है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उनके मौजूदा प्रॉफिट मार्जिन से पता चलता है कि उनके ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन (T&D) प्लांट 60% से कम क्षमता पर काम कर रहे हैं। इसका मतलब है कि जैसे-जैसे वे व्यस्त होते जा रहे हैं, उनके पास अपने मुनाफे में सुधार करने के लिए काफी स्पेस होगा।
जेफरीज ने कहा कि सीमेंस एनर्जी हिताची एनर्जी और जीई वर्नोवा टीएंडडी जैसी ही है। इन कंपनियों का वैल्यूएशन वर्तमान में मार्च 2027 के लिए उनकी अनुमानित आय का 66 गुना और 54 गुना है। इन वैल्यूएशन के आधार पर, जेफरीज का मानना है कि अगर सीमेंस एनर्जी को लिस्ट किया जाता है तो इसके शेयरों की कीमत 2,995 रुपये से 3,711 रुपये के बीच हो सकती है।
हमारा मानना है कि Siemens Energy मार्च-27ई के 60 गुना पीई पर कारोबार कर सकता है, जो सीमेंस एक्स-एनर्जी पर हमारे पीटी मल्टीपल से 9 प्रतिशत प्रीमियम है। इस हिसाब से इसका टारगेट प्राइस 3,350 रुपये प्रति शेयर है।
Siemens Energy FY25 के पहली पांच महीनों में ₹5,100 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त कर चुका है और उसका ऑर्डर बुक ₹15,100 करोड़ पर है, जो FY24 के राजस्व का 2.4 गुना है। कंपनी ₹460 करोड़ का कैपेक्स कर रही है ताकि पावर ट्रांसफॉर्मर की क्षमता दोगुनी की जा सके।